झाबुआ से राजेंद्र सोनी की रिपोर्ट
खाचरौद की अखाटा टीम ने हैरत अंगेज कारनामे प्रस्तुत कर आशचर्य चकित किया
चलित झांकी को देखने उमडा राजवाडा पर पूरा शहर
श्रीजी के विसर्जन के साथ ही 11 दिवसीय गणशेात्सव का हुआ समापन
झाबुआ । राजवाडा चौक में पिछले 85 र्वषा से मनाये जा रहे सार्वजनिक गणेोत्सव में गुरूवार की रात धुमधाम के साथ गणेश विसर्जन समारोह के अवसर पर नयनाभिराम झांकियों व अखाडे के साथ नगर में जुलुस निकाला गया । मंडल के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्निहौत्री एवं महा सचिव नानालाल कोठारी की अगुवाई में रात्री 8 बजे से निकले भव्य चल समारोह में नगर सहित आसपास के क्षेत्रों से आये गा्मीणजनों ने भी भाग लिया ।
सायंकाल 7-30 बजे पण्डित जैमिनी शुक्ला एवं भागवत शुक्ला द्वारा मंत्रोच्चार के साथ श्री गणेश जी के बिदाई के अवसर पर अभिषेक एवं पुजा अनुष्ठान संपन्न करवाया । तथा गणपति बप्पा मोरिया के गगनभेदी जयघोष के साथ भगवान को रथ में विसर्जन के लिये बिराजित किया गया । खचाखच भरे राजवाडा चौक पर खाचरौद से लाई गई भीम का अहंकार चुर करते हनुमान की स्वचालित झांकी की नगरवासियों ने भूरी भरू प्रशंसा की ।उक्त पौराणिक प्रसंग को देख कर श्रद्धालुजनों को अहंकार के त्याग का संदेश दिया गया । वही त्रिवेणी परिवार के सुशील पण्डा एवं जयेन्द्र बैरागी द्वारा महाभारत के युद्ध में भगवान श्रीकृण द्वारा पांचजन्य शंख बजाते हुए अर्जुन को युद्ध के लिये प्रेरित करने तथा भगवान श्रीकृण द्वारा अर्जुन का सारथी बन कर महाभारत में अपनी भूमिका के सजीव चित्रण को भी ईंजन ने काफी सराहा। वही रविराज राठौर भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा को लेकर रथ में उन्हे बिदा करते दिखाई दिये ।
बेंड बाजों एवं ढोल ताशों के संगीत के साथ चल समारोह राजवाडा चौक से रवाना हुआ और खाचरौद से मठ व्यायामाला के उस्ताद गुरू कन्हैयालाल के नेतृत्व में 85 सदस्यीयअखाडा टीम द्वारा एक से बढ कर करतम दिखाये गये । व्यायामाला के छोटे छोटे बच्चों ने कठिन से कठिन करतब दिखा कर शहरवासीयाे को अचंम्भित कर दिया । हथियान, चक्र, आग में करतब, लोहें की छोटी रिंगों से बाहर निकलना, शरीर पर मोम टपकाना, मल्ल खभ के करतब, के अलावा आंख बंद कर पांव के नीचे रखे पुष्प को तलवार से काटना, छोटी छोटी बच्चियों द्वारा हथियार, चक्र, साईकल के पहिये के करतब तथा व्यायाम आदि के प्रर्दशन से दर्शकों ने तालिया बजाकर इनका उत्साह वर्धन किया । चार भूजा मंदिर चौराहा, आजाद चौक, में भी अखाडों का प्रर्दशन किया गया । थांदला गेट , बस स्टेंड पर भी बरसते पानी के बीच भी अखाडा एवं चलित झांकियों को लोग निहारने के लिये इन्तजार करते दिखाई दिये । पुलिस प्रासन का उल्लेखनीय एवं सराहनीय योग दान प्राप्त हुआ ।
सार्वजनिक गणेश मंडल द्वारा खाचरौद से आई चलित झांकी के प्रमुख अजय पुरोहित, एवं उनकी टीम, मठ व्यायामाला खाचरौद के उस्ताद कन्हैयालय, अध्यक्ष रमे खमोरिया एवं सचिव दिने एक्या तथा त्रिवेणी परिवार के जयेन्द्र वैरागी एवं सुशील पण्डा का मंडल की ओर से प्रतिक चिन्ह देकर सार्वजनिक सम्मान किया गया । पूरे मार्ग पर बेंड बाजों के साथ ही जगह जगह आतिशबाजी भी की गई तथा सार्वजनिक गणेश मंडल की झांकियों एवं चल समारोह ने नगर में एक इतिहास बना दिया ।
गणेश विसर्जन के चल समारोह में मंडल के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्निहौत्री, महा सचिव नानालाल कोठारी, संरक्षक डा.केके त्रिवेदी, भागवत शुक्ला, नीरजसिंह राठौर, अजय सोनी,लालसिंह चौहान, ऋतुराजसिंह राठौर, बहादुर भाटी, राजेन्द्र सोनी, र्हष भट्ट, जितेन्द्र शाह, बाबुभाई अग्निहौत्री, जितेन्द्र अग्निहौत्री, जयदीप सोलंकी, शमीउद्दीन सेयद,सत्यदेव शर्मा, दिलीप आचार्य, देवेन्द्र अग्निहोत्री, मनीष व्यास, सुनील चौहान,, अजय रामावत, रामगोपाल सोनगरा,सुरेश कांठी,सौभाग्यसिंह चौहान सहित बडी संख्या में नगवासियों एवं गणमान्य जनों से भागीदारी की ।रात्री 11-30 बजे भगवान गणेश जी की प्रतिमा को रंगपुरा स्थित अनास नदी पर विधिविधान से पूजा आरती के बाद रविराजसिंह राठौर सहित बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रतिमा का विसर्जन किया । गणे मंडल के राजेन्द्र अग्निहौत्री एवं नानालाल कोठारी ने 11 दिवसीय गणेोत्सव को सफल बनाने के लिये सभी का आभार व्यक्त किया है ।