उल्लेखनीय है कि 21 व 22 मार्च की दरमियानी रात आरोपितों ने घेराबंदी कर बांगरौद-नेगड़दा मार्ग से बाइक पर जा रहे 29 वर्षीय केशव गुर्जर व 30 वर्षीय गजेंद्र डोडिया उर्फ गज्जू की बाइक को एक कार से टक्कर मार दी थी। इससे उनकी बाइक क्षतिग्रस्त हो गई थी तथा वे दोनों घायल हो गए थे। घायल होने के बाद आरोपितों ने जमकर मारपीट कर उनकी हत्या कर दी थी। हत्या करने के बाद आरोपित दोनों के शव एक कार में तथा उनकी क्षतिग्रस्त बाइक दूसरी कार में रखकर घटनास्थल से करीब आठ किलोमीटर दूर महू-नीमच हाईवे पर कांडरवासा फंटे के पास फेंक कर भाग गए थे। ताकि पुलिस व लोगों को लगे कि उनका एक्सीडेंट हुआ है।
दोनों के शव मिलने की खबर फैलने से लोगों में रोष फैल गया और उन्होंने 22 मार्च की दोपहर पोस्टमार्टम के बाद शव घर ले जाते समय हाईवे के अमलेटा फंटे पर जाम कर हत्या के आरोप लगाते हुए आरोपितों की गिरफ्तारी व उनके मकान तोड़ने की मांग की थी। पुलिस ने जांच की तो पाया कि दोनों की हत्या कर घटना को एक्सीडेंट दर्शाने का प्रयास किया गया है।
पुलिस ने 21 आरोपितों के खिलाफ हत्या, साजिश रचने व साक्ष्य छिपाने का प्रकरण दर्ज कर आरोपित सूर्यपाल सिंह, राहुल जाट, बबलू गुर्जर, शैलेंद्र उर्फ शेलू, अंकित कुमावत व योगेश सोनावा व अभिषेक जाट को गिरफ्तार कर लिया था। शेष आरोपित कान्हा जाट, दीपक जाट, प्रदीप जोशी, समरथ चौधरी, चरणसिंह जाट सभी निवासी नेगड़दा, रोहित कुमावत, दीपक गेहलोत, विजय मेट, सौरभ गेहलोत, ध्रुव जाट सभी निवासी नामली, सौरभ मराठा निवासी मिडटाउन कालोनी रतलाम, राजाराम चौधरी निवासी जड़वासा कला, दीपक गुर्जर निवासी बिबड़ौद व भगवानसिंह निवासी बड़ोदिया की तलाश की जा रही है।
शेष आरोपितों को भी शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा
दोपहर करीब 12 बजे स्वजन व ग्रामीण कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और धरना देकर बैठ गए। एडीएम आरएस मंडलोई व एसडीएम संजीव केशव पांडे चर्चा करने पहुंचे तो उन्होंने कहा कि कलेक्टर को बुलाओ, उनसे ही बात करेंगे। इसके बाद दोपहर करीब 12.45 बजे एएसपी राजेश खाखा पहुंचे और धरना दे रहे लोगों के बीच बैठकर उनसे चर्चा की। मृतक गजेंद्र के बड़े भाई राकेश डोडिया व ग्रामीणों ने उनसे कहा कि शेष आरोपितों को जल्द गिरफ्तार कर सभी को सख्त सजा दी जाए, ताकि दूसरे लोगों के साथ ऐसी घटना न हो। आरोपितों के मकान तोड़े जाए और जांच कर उनकी अवैध संपत्ति जब्त की जाए। मृतक गरीब परिवारों से है, उनके स्वजन को आर्थिक मदद दी जाए।
एएसपी राकेश खाखा ने कहा कि मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। आरोपितों को कड़ी सजा दिलाने के लिए काम किया जा रहा है। संपत्ति की राजस्व विभाग से जांच कराई जाएगी। इसके बाद स्वजन व ग्रामीणों ने एडीएम को मांग पत्र सौंपकर प्रदर्शन समाप्त किया।