झाबुआ से दौलत गोलानी की रिपोर्ट
झाबुआ। अपने घरां की दशा को सुधारने के लिए शहर की महिलाओं द्वारा 30 मार्च, शनिवार को दशा माता पर्व मनाया गया। इस दिन महिलाओं द्वारा प्रातःकाल अपने घरों के समीपस्थ पीपल के वृक्षों पर जाकर पूजन कर रक्षा सूत्र बांधकर परिक्रमा लगाई गई। बाद इस दिन बने विष व्यंजन ग्रहण किए गए। घरों पर झाड़ू लगाकर सफाई कार्य आदि किया गया।
इस दिन महिलाओं द्वारा परपंरानुसार व्रत एवं उपवास भी रखे गए। सुबह जल्दी उठकर महिलाएं स्नान कर एवं संज-संवरकर पूजा की थालियां सजाकर समीपस्थ पीपल के वृक्षों पर पहुंची। यह पर्व चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। सुहागिन महिलाओं व्रत रखकर एवं पीपल के वृक्षों की पूजन विष रूप से अपने घरों की दशा सुधारने के लिए प्रार्थना की। कच्चे सूत से वृक्ष पर बांधा धागा
इस दिन कच्चे सूत का 10 तार का डोरा, जिसमें 10 गठाने लगाते है, से पीपल की पूजा की गई। इस डोरे की पूजन के बाद समूह में कथा पढ़ी गई। इसके बाद डोरे को गले में बांधा गया। बाद घर पर पहुंचकर विष व्यंजन ग्रहण किए गए। शहर में इन स्थानों पर हुई पूजन
शहर के कॉलेज रोड़ पर आजाद वाटिका में स्थित पीपल के वृक्ष, नसिया भवन के समीप स्थल पीपल वृक्ष, डीआरपी लाईन स्थित पीपल के पेड़, तुलसी गली स्थित वर्षों पुराने पीपल के वृक्ष, सिद्धेवर कॉलोनी में पशु चिकित्सालय परिसर में स्थित वृक्ष, शगुन गार्डन के समीप पीपल के वृक्ष, गोपाल कॉलोनी स्थित गोपाल मंदिर के बाहर वृक्ष सहित अन्य स्थानों पर जहां भी पीपल के वृक्ष है, वहां शनिवार को सुबह से लेकर शाम तक पूजन-पाठ का क्रम चला।
फोटो 008 -ः शहर के तुलसी गली स्थित पीपल के वृक्षों पर ग्रामीण महिलाओं ने पूजन की।