झाबुआ

झाबुआ ब्लाक के ग्रामवासी बंद पड़े हैंडपंपों से परेशान …………. हैंडपंप संधारण कार्य समय पर नहीं होने से ग्रामीण पानी के लिए भटक रहे हैं…..

Published

on

पीएचई में शिकायत के बाद भी नहीं हुआ सुधार

झाबुआ- गर्मी की बढ़ती तपन के साथ ही जिले में जल संकट की सुगबुगाहट भी बढ़ती जा रही है ग्रामीण जन पानी के लिए फलिये फलिये भटक रहे हैं पीएचई विभाग में शिकायती आवेदन देने के बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है विभाग की उदासीनता से महिलाएं व बच्चे पानी को ढूंढ रहे हैं

फाेटाे- ग्राम संजवानी छोटी के मेडा फलिये मे बंद पड़ा हैंडपंप व ग्रामीण जन |

जानकारी अनुसार हैंडपंप संधारण का कार्य पीएचई विभाग के अंतर्गत ठेका पद्धति से किया जाता है लेकिन झाबुआ ब्लॉक के ठेकेदार द्वारा समय पर कार्य नहीं करने से ग्रामीणजन पानी के लिए मशक्कत करते नजर आए | ऐसा ही नजारा जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर ग्राम संजवानी छोटी के मेडा फलिए के निवासी गोपाल मेडा, धन्ना नानकिया, धूमा मेडा, खुमसिंह, नानकिया मेडा, जामसिंह मेडा, गोवर्धन , नरवा ,अमर सिंह मेडा आदि ने बताया कि ग्राम संजीवानी छोटी के मेडा फलिया का हैंडपंप विगत 2 माह से बंद पड़ा है हैंडपंप घंटों चलाने पर भी एकाध बाल्टी पानी आता है या लगभग बंद ही रहता है जिसकी शिकायत कई बार पीएचई विभाग को भी की | कई बार शिकायत आवेदन के बाद कार्रवाई के लिए विभाग से संपर्क करने भी गए हर बार आश्वासन देकर भेज दिया जाता है मेडा फलिया के ग्रामीण जन ने यह भी बताया कि इन 2 माह में एक बार हमने निजी रुपए खर्च करके भी हैंडपंप को सुधरवाया था लेकिन पुन: बिगड़ गया है पीएचई विभाग में शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है |

फोटो- मेल पाड़ा में बंद पड़ा हैंडपंप |

ऐसा ही एक और नजारा …….. जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर मेलपाड़ा के माली फलिया मे हैंडपंप विगत 1 माह से बंद पड़ा है | माली फलिया के निवासी शांति डामोर ,शंकर , वीरू वाघेला आदि ने बताया कि इस फलिये का हैंडपंप विगत 1 माह से बंद पड़ा है उनका कहना था कि दो से तीन बार पीएचई विभाग को मौखिक रूप से इसकी सूचना भी दी गई लेकिन सुधारने कोई नहीं आया | हैंडपंप बंद होने के कारण पानी के लिए हमें भटकना पड़ रहा है | पीने के पानी की व्यवस्था तक नहीं हो पा रही है |इस तरह झाबुआ ब्लाक के ठेकेद्वार द्वारा मनमानी पूर्वक कार्य किया जा रहा है जिससे ग्रामीण जन पानी के लिए भटक रहे हैं नियमानुसार शिकायत आने के 3 से 7 दिन के अंदर ही संबंधित ठेकेदार को हैंडपंप सुधार कर देना होता है लेकिन पीएचई विभाग झाबुआ ब्लाक के ठेकेदार पर इतना क्यों मेहरबान है क्या समय सीमा पर कार्य नहीं करने पर कार्यपालन यंत्री द्वारा कोई कार्यवाही की जावेगी …या फिर यह ठेकेदार यूं ही अपनी मनमानी करता रहेगा और ग्रामीणजन को पानी के लिए तरसाता रहेगा |….

Click to comment

Trending