झाबुआ

आदिवासी विकास विभाग का कारनामा रेगुलर प्राचार्य पर बैठाया प्रधान पाठक ……….

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मामला रामा ब्लॉक का …. विकास खंड शिक्षा अधिकारी रामा श्री सिरोठिया की हठधर्मिता …. रेगुलर प्राचार्य के ऊपर एक और प्रभारी प्राचार्य की नियुक्ति……… कलमोड़ा एवं दौलतपुरा में पद रिक्त होने के बाद भी पदस्थी नही होना बना चर्चा का विषय

प्रभारी प्राचार्य का दायित्तव निर्वहन करने का हास्यास्पद आदेश जारी

झाबुआ । जिले के आदिवासी विकास विभाग में असंभव को भी संभव बना देना आम बात हो गई है। अभी तक देखा गया है कि किसी भी शैक्षणिक संस्था में यदि पहले से ही प्रधान पाठक पदस्थ हो तो वहां दूसरे प्रधान पाठक की पदस्थापना नही होती है । क्योकि संस्था में एक स्वीकृत पद होने से उसके वेतन आदि के आहरण में दिक्कते आना स्वाभाविक रहती है । किन्तु जिले के खण्ड शिक्षा अधिकारी रामा ने यह सब कुछ संभव कर दिखाया है। संभागीय आयुक्त आदिम जाति तथा अनुसुचित जाति कल्याण विभाग इन्दौर के आदेश क्रमांक 7372-73 दिनांक 9-08-2019 तथा सहायक आयुक्त आलिराजपुर के आदेश क्रमांक 8949-50 दिनांक 20-09-2019 के अनुसार बच्चु सिंह डावर प्रधान पाठक माध्यमिक विद्यालय बेहडवा विकासखण्ड आजाद नगर भाबरा जिला आलिराजपुर से झाबुआ जिले के लिये स्थानांतरित किये गये है। बच्चु सिंह डावर अपनी
उपस्थिति लेकर प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रजला पहुचे ओर प्राचार्य को सहायक आयुक्त झाबुआ के मौखिक आदेशो का हवाला देते हुये रजला के लिये ज्वाईनिंग रिपोर्ट प्रस्तुत की। ज्ञातव्य है कि प्रधान अध्यापक के पद पर इस संस्था में पूर्व से ही श्रीमती आशा वर्मा प्रधानाध्यापक पद पर जुलाई 2019 से पदस्थ एवं कार्यरत है । इस पर संस्था के प्राचार्य ने सहायक आयुक्त झाबुआ से अपने पत्र क्रमांक 105 दिनांक 27-09-2019 से वस्तुस्थिति अवगत कराते हुये मार्गदर्शन चाहा कि यहा पर पूर्व से ही प्रधानाध्यपक पदस्थ है। ऐसे में इनका ज्वाईन होना असंभव है। किन्तु पैसा बोलता है की तर्ज पर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी रामा श्री सिरोटिया ने बिना सहायक आयुक्त का मार्गदर्शन या निर्देश प्राप्त किये बाला बाला अपने स्तर से संभागिय उपायुक्त के आदेश का हवाला देते हुये बच्चुसिंह डावर को वरिष्ठता के मान से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रजला के संचालन हेतु प्रभारी प्राचार्य का दायित्तव निर्वहन करने का हास्यास्पद आदेश जारी कर दिया। तथा उन्होने अपने आदेश में संस्था मे वरिष्ठता के आधार पर प्रभारी प्राचार्य का दायित्तव सौप दिया। इस तरह रेगुलर प्राचार्य के उपर विकास
खण्ड शिक्षा अधिकारी ने प्रधान पाठक को प्रभारी प्राचार्य बनाकर एक नियमित प्राचार्य पर एक ओर प्राचार्य बैठा दिया। इस आदेश को लेकर जहा
शासन के आदेशो की धज्जियां उडाई गई है वही इसी ब्लाॅक कलमोडा एवं दौलतपुरा में रिक्त पद होने के बावजूद बच्चु सिंह डावर को किस कारण से रजला
में प्राचार्य के उपर प्रभारी प्राचार्य पदस्थ करके अपनी प्रशासनिक क्षमता का उदाहरण प्रस्तुत कर दिया है। इस आदेश की जहा पुरे जिले में शिक्षा जगत में हास्पास्पद स्थिति बनी हुई है वही इसी ब्लाॅक में कलमोडा एंव दौलतपुरा मे रिक्त पदो पर इनका समायोजन एवं पदस्थी नही करना चर्चा का विषय बना हुआ है। क्योकि सहायक आयुक्त की चुप्पी भी इस आदेश को लेकर चर्चा का विषय बनी हुई हैं। देखना है एक हैड मास्टर को प्रभारी प्राचार्य बनाकर खण्ड शिक्षा अधिकारी रामा क्या साबित करना चाहते है।

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