राष्ट्रीय षिक्षा नीति विष्व की सबसे नीति है, झाबुआ जिले को आत्मनिर्भर बनाने के लिए यहां की प्रसिद्ध वस्तुआंे को देना होगा प्रोत्साहन -ः राज्य षिक्षा मंत्री आईएस परमार
‘‘आत्म निर्भर भारत- आत्म निर्भर झाबुआ’’ तब बनेगा, जब सभी मिलकर करेंगे कार्य -ः राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी
जिला कलेक्टर श्री सिंह ने जिले को विकासषील बनाने के लिए दिलवाए 5 संकल्प, शारदा ग्रुप आॅफ एज्यूकेषन ने किया ‘‘आत्म निर्भर भारत-आत्म निर्भर झाबुआ’’ कार्यक्रम का भव्य आयोजन
झाबुआ। देष के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर जिला मुख्यालय झाबुआ पर वह स्वर्णिम अवसर था, जब शारदा ग्रुप आॅफ एज्यूकेषन द्वारा शहर से सटे ग्राम बिलिडोज में शारदा विद्या मंदिर पर एक अद्भुत और अभिनव आयोजन ‘‘आत्म निर्भर भारत-आत्म निर्भर झाबुआ’’ का भव्य आयोजन किया गया।
उक्त भव्य एवं गरिमामय कार्यक्रम में मप्र शासन के राज्य षिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदरसिंह परमार, भोपाल तथा षिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुुल कोठारी दिल्ली ने षिरकत की। साथ ही अन्य अतिथियों के रूप में रतलाम-झाबुआ-आलीराजपुर सांसद गुमानसिंह डामोर, जिला कलेक्टर रोहितसिंह सहित प्रदेष एवं जिले की कई ख्यातनाम हस्तीयों ने इस समारोह में षिरकत कर इसे भव्य रूप प्रदान किया। समारोह में मुख्य दो आकर्षण देष के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से तैयार की गई ‘‘अटल टिकरींग लेब’’ और अलग-अलग प्रदषर्नियों तथा सज्जा के माध्यम सेे आधुनिक, श्रेष्ठ और ऐतिहासिक भारत की परिकल्पना को साकार रूप प्रदान करने के प्रयास किए गए। जिसकी समारोह में साक्षी बने सभी अतिथियांे ने मुक्त कंठ से प्रसंषा की। यह समारोह सत्त ढ़ाई घंटे तक चला। इस दौरान राज्य षिक्षा मंत्री एवं अन्य अतिथियों ने लेपटाॅप पर बटन दबाकर ‘‘उद्भव भारत’’ वेबसाइर्ट का भी लांचिंग किया। समारोह में जिलेभर के गणमान्य नागरिक, समाजसेवियों, सामाजिक-रचनात्मक संस्थाओं के पदाधिकारी-सदस्यों, साहित्यकारों आदि की सहभागिता रहीं। इसके साथ ही षिक्षा संस्स्कृति उत्थान न्यास समिति एवं अभाविप के भी कई प्रादेषिक एवं जिला पदाधिकारी मौजूद रहे।
‘‘अटल टिकरींग लेब और प्रदर्षिनयों का शुभारंभ कर अवलोकन किया
समारोह दोपहर ठीक 2.30 बजे से आरंभ हुआ। जिसमें सर्वप्रथम राज्य षिक्षा मंत्री आईएस परमार एवं षिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के राष्ट्रीय सचिव अतुल कोठारी के साथ सांसद जीएस डामोर, जिला कलेक्टर रोहितसिंह ने शारदा विद्या मंदिर के हाल में तैयार ‘‘अटल टिकरिंग लेब’’ का फीता काटकर शुभारंभ किया। बाद लेब में प्रवेष कर अतिथियों ने अवलोकन किया। यह लेब स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से अद्भुत एवं प्रोफेषनल रूप से तैयार की गई है। इसके बाद अतिथियों ने शारदा विद्या मंदिर हिन्दी एवं अंग्रजी माध्यम, केषव इंटरेनषनल स्कूल बाड़कुुआं, केषव विद्या पीठ झाबुआ एवं मां त्रिपुरा नर्सिंग काॅलेज, संस्कार पीठ आदि के सैकड़ों छात्र-छात्राआंे द्वारा करीब एक सप्ताह पूर्व से मेहनत कर तैयार की गई सुंदर एवं आकर्षक प्रदर्षियों का शुभारंभ कर अवलोकन किया। जिसमें विद्यार्थियों नेे जिले की संस्कृतिक एवं परंपरा तथा रीति-रिवाजों के साथ खान-पान, आधुनिक और हाईटेक भारत के नक्षे को अपनी कलाआों और हुनर के आधार पर अतिथियों के समक्ष बखूबी प्रस्तुत किया। जिसमें विषेष सहयोग उक्त सभी संस्थाओं के षिक्षक-षिक्षिकाओं एवं स्टाॅफ का रहा। करीब 500 सेे अधिक ‘‘आत्म निर्भर भारत से आत्म निर्भर झाबुआ की परिकल्पना से संबंधित प्रस्तुतियां रहीं। यह प्रदर्षनियां संस्था के अलग-अलग कक्षों में सजाई गई। जिसका प्रेजेंटेषन भी स्टाॅल पर मौजूद छात्र-छात्राओं के साथ षिक्षक-षिक्षकाओं ने बखूबी दिया। अवलोकन बाद अतिथियांे ने इसे काफी सराहा।
दीप प्रज्जवलन कर हुआ समारोह का शुभारंभ
बाद आयोजित समारोह में मंचासीन अतिथियांे ने सर्वप्रथम विद्या की देवी मां सरस्वती माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलन किया। इस बीच सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत स्कूली छात्र-छात्राओ ने प्रस्तुत किया। अतिथियों का स्वागत शारदा ग्रुप की अलग-अलग संस्थाओं के प्राचार्यों में श्रीमती वंदना नायर, डाॅ. कंचन चैहान, अंबिका टवली, विनय मेड़ा, कपिल राठौर ने पुष्प गुच्छों से किया। स्वागत उद्बोधन एवं समारोह की रूपरेखा का प्रस्तुतिकरण शारदा ग्रुप आॅफ एजूकेषन के संचालक ओम शर्मा ने प्रस्तुुत करते हुए सभी का इस समारोह में पधारने पर आत्मीय अभिनंदन किया।
आत्म निर्भरता से उन्नति और प्रगति का मार्ग प्रषस्त होता है
अपने उद्बोधन में मुख्य वक्ता षिक्षा संस्कृति न्यास समिति के राष्ट्रीय सचिव श्री कोठारी ने कहा कि आज वह गौरवमययी पल है जब महापुरू्रषों में महत्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्रीजी की जयंती होन के साथ पिछले दिनों ही पं. दिनदयाल उपाध्यायजी की भी जयंती होने से पूरे देष में उत्साहपूर्वक मनाई गई। झाबुआ जिले में आज ही के दिन आत्मनिर्भर झाबुआ की परिकल्पना को पटल पर रखा जा रहा है। सच्चे मायने में आत्मनिर्भरता तभी संभव है, जब सभी मिलकर कार्य करेंगे, एकसूत्र में बंधंेगे,, तभी उन्नति भी होगी और प्रगति भी। स्कूली बच्चें देष का भविष्य है, यह आगेे चलकर ही युुवा तरूणाई बनकर देष को आत्मनिर्भर बनाने की नींव को ओर मजबूत करेंगे। हमे यदि झाबुआ जिले को आत्मनिर्भर बनाना है, तो यहां के उत्पादों को प्रोत्साहन देना होगा। विषेषकर टमाटर की किसान वर्ग अधिकाधिक खेती कर इसे पूरे विष्व में आयात-निर्यात कर आत्म निर्भर बनने की ओर अग्रसर हो सकते है। इसके अलावा यहां का दान-पानिया और क़ड़कनाथ भी आॅल इंडिया में फेमस है, इसे भी अधिकाधिक प्रोत्साहन देना चाहिए। साथ श्री कोठारी ने षिक्षा संस्कृति समिति की गतिविधियों पर भी प्रकाष डाला।
लोकल को वोकल बनाने का काम आज संपूर्ण देष में हो रहा
मुख्य अतिथि राज्य षिक्षा मंत्री श्री परमार ने आयोजकों को इस आयोजन की बधाई देते हुए देष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रसंषा करते हुए कहा कि आज संपूर्ण देष में उनके निर्देष पर लोकल को वोकल बनाने का काम बखूबी तरीके से हो रहा है। राष्ट्रीय षिक्षा नीति भी उनमें से एक है।ं यह विष्व के लोगांें के विचारों का सबसे बड़ा मंथन है, उसके बाद इस नीति को भारत में लागू किया गया है। मप्र सरकार भी इसे व्यापक रूप प्रदान करेगी। अब मप्र के प्राथमिक स्कूलों में मातृभाषा हिन्दी अनिवार्यतः रूप से लागू की जाएगी। साथ ही षिक्षा के स्तर में सुधार के दृष्टिगत मप्र में आगामी समय में 15 हजार नवीन षिक्षकों की भी पदस्थापना की जाएगी, जिसकी भर्ती प्रक्रिया भी आरंभ हो गई है। हायर सेकेंडरी तक की स्कूलों में स्मार्ट क्लास भी बनाई जाएगी। स्थानांतरण पद्धतियों पर रोक लगाई जाएगी। मंत्री श्री परमार ने कहा कि आप जिले की जो ख्यातनाम हस्तीयां यहां एकत्रित हुई, वह सब मिलकर झाबुआ जिले को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कदम उठाए, तो यह संभव है।
आत्मनिर्भर झाबुआ के लिए रोडमेप तैयार किया जाए
क्षेत्रीय सांसद गुमानसिंह डामोर ने अपने उद्बोधन में बताया कि पहले की परिस्थितियों और अभी वर्तमान परिस्थितियों में देष के साथ झाबुआ जिला भी सत्त आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर हुआ है। केंद्र सरकार और मप्र सरकार द्वारा गरीब, किसान, मजदूरों, हाथ ठेला व्यवसाईयों की हर संभव मद्द कर उन्हें मजबूत बनाने के कार्य किए गए है। जिससे उनके जीवन यापन में भी सुधार आया है। यदि झाबुआ जिलेे को पूरी तरह से विकासषील और उन्नतषील बनाना है, तो इसके लिए रोडमेप तैयार करना होगा। जिसके लिए वे प्रयासरत होने के साथ उन्होंने उपस्थितजनों से भी इसमें सुझाव देने की बात कहीं।
कलेक्टर ने दिलवाएं 5 संकल्प
जिला कलेक्टर रोहित सिंहं ने अपने उद्बोधन में जिले को आत्मनिर्भर एवं विकासषील बनाने के लिए मुख्य रूप से जिला प्रषासन द्वारा लिए गए 5 संकल्पों पर फोक्स किया। जिसमें जिले में कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए, इसके लिए उचित मूल्य दुकानों पर पर्याप्त व्यवस्था करने, ‘‘वन नेषन वन राषन’’ का भी कड़ाई से पालन करवाने, जिले में छोटे उद्योगों और रोजगरों को बढ़ावा देने, जिले की षिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाने आदि हेतु सभी के सभी के हाथ खड़वाकर इसमें सहयोग के लिए संकल्प दिलवाया।
प्रतीक चिन्ह देकर किया सम्मान
समारोह के मध्य ही ‘‘उद्भव भारत’’ वेबसाईट का भी विमोचन हुआ। इस वेबासाईट के बारे में जानकारी युवा अर्थव शर्मा ने दी। मंचासीन अतिथियों ने लेपटाॅप से इस वेबसाईड का अवलोकन कर बाद बटन दबाकर इसे लांच किया। जिसमें झाबुआ जिले एवं भारत की संस्कृति को प्रदर्षित किया गया है। समारोह के अंत में शारदा ग्रुप से जुडे राकेष परमार, वंदना जोषी, पं. राजकुुमार देवल सीमा त्रिवेदी आदि ने सभी मंचासीन अतिथियों को काष्मीर नीलकंठ पक्षी की तस्वीर और प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मान किया। समारोह का सफल संचालन शासकीय उत्कृष्ट उमा विद्यालय के व्याख्याता लोकेन्द्रसिंेह चैहान ने किया एवं आभार शारदा ग्रुप की संचालिका श्रीमती किरण शर्मा ने माना।
इनका रहा सराहनीय सहयोग
समारोह में विषेष रूप से पूर्व विधायक शांतिलाल बिलवाल, भाजपा प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य शैलेष दुबे, भाजयुमो जिलाध्यक्ष भानू भूरिया, पूूर्व नगरपालिका अध्यक्ष धनसिंह बारिया, भाजपा मंडल झाबुआ अध्यक्ष दीपेष बबलू सकलेचा, महामंत्री हेमेन्द्र नाना राठौर, भाजयुमो एवं अभाविप से मांगीलाल भूरिया, विनीत तिवारी, वरिष्ठ इतिहासकार डाॅ. केके त्रिवेदी, रोटरी क्लब ‘मेन’ से उमंग सक्सेेना, मनोज अरोरा, कार्तिक नीमा, जिला बाल कल्याण समिति अध्यक्ष निवेदिता सक्सेना, एमएल फुलपगारे आदि सहित जिलेभर के अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे। यह समारोह सत्त 2.30 बजे से 5 बजे तक चला। जिसमें विषेष सहयोग शारदा गु्रप के राजेष चैहान, योगिता पाठक, देवेन्द्र व्यास, सतीष लाखेरी, रितेष शर्मा, सौरभ जायसवाल, कृष्णा जायसवाल, मकरंद आचार्य, नर्सिंग छात्र-छात्राओं आदि का रहा।