झाबुआ- पुलिस का प्रथम दायित्व होता है कि वह आमजन की जान, माल की रक्षा करें , साथ ही साथ यह भी दायित्व है कि शहर में या जिले में हाे रहे अवैधानिक व्यवसाय , अवैध रूप से चल रहे सट्टा और अन्य अनैतिक गतिविधियों पर लगाम कसे |इसके अलावा किसी भी तरह की अपराध से संबंधित सूचना या अन्य शिकायत पर तत्काल जांच पड़ताल कर कार्रवाई करें | लेकिन जब संपूर्ण पुलिस विभाग ईमानदारी से काम करें और कहीं पुलिस के राम-लक्ष्मण की जोड़ी पुलिस की गोपनीयता को भंग करें, तो पुलिस की कार्यप्रणाली पर ही प्रश्नचिह्न लग जाता है |
कुछ ऐसा ही हो रहा है झाबुआ शहर में जहां पर किसी भी सूचना या अवैधानिक व्यवसाय की शिकायत की जाती है तब संभवत: पुलिस थाने से राम/ लक्ष्मण की जोड़ी द्वारा संबंधिताे को खबर कर,पूर्व मे ही कार्रवाई के बारे में जानकारी दी जाती है और इसके एवज में उनके द्वारा टोकन लिया जाता है जैसा सभी को विदित है कि शहर के कुम्हार मोहल्ले में करीब 5- 10 दुकानों मैं अवैध मांस/ मटन का विक्रय जोर शोर से चल रहा है यहां पर अवैध रूप से टनाे में मांस/ मटन का विक्रय होता है कुछ दिन पूर्व ही शहर के कुमार मोहल्ले में अवैध रूप से मास /मटन का विक्रय की शिकायत आम व्यक्ति ने संभवत जिला प्रशासन को की व पुलिस विभाग को भी सूचना दी गई |कई समाचार पत्रों में भी इस अवैध मांस / मटन विक्रय को लेकर खबरें प्रकाशित भी हुई |लेकिन जब पुलिस विभाग द्वारा इस अवैध रूप से चल रहे हैं मांस /मटन विक्रय को लेकर छापामार कार्रवाई की तैयारी की जा रही थी तब शहर के थाने से ही राम-लक्ष्मण की जोड़ी ने उनमें से करीब 5 से अधिक अवैध मांस – मटन विक्रेताओं को संभवतः फोन पर इस छापामार कार्रवाई की सूचना दी होगी, जिसके बाद मटन विक्रेताओं ने सारा सामान दुकान से हटा लिया और पुलिस चेकिंग के दौरान कुछ भी नहीं मिला और एवज में राम लक्ष्मण द्वारा संभवत टोकन लिया गया हाेगा|जब पुलिस कार्रवाई हेतु तो वहां पर पहुची सिर्फ दो ही दुकानों पर अवैध रूप से मांस/ मटन विक्रय होता हुआ पाया गया और कार्रवाई भी सिर्फ दो ही दुकानों पर की गई की गई, जबकि वहां पर कम से कम 5-10 से दुकानों पर यह व्यापार अवैध रूप से संचालित होता है | यदि आम दिनों में भी पुलिस इस कुम्हार मोहल्ले में इन अवैध मांस -मटन विक्रेताओं के यहां चेकिंग करें तो यहां से करीब टनाे में अवैध मांस मटन जप्त किया जा सकता है |
शहर में लॉकडाउन के दौरान से ही सटोरिए सक्रिय रुप से खाईवाल का कार्य खुलेआम निष्पादित कर रहे हैं यह खाईवाल शहर के राजगढ़ नाका, रामकृष्ण नगर, राजवाड़ा चौक ,बस स्टैंड ,बुनियादी स्कूल ,बाढ़कुआ क्षेत्र ,भंडारी पंप चौराहा आदि अनेक स्थानों पर दोपहिया वाहनों से घूमते हुए अपने सट्टे का व्यापार संचालित कर रहे हैं यह सटोरिया शहर की युवा पीढ़ी को इस अवैध धंधे के दलदल में धीरे-धीरे धकेल रहे हैं युवा पीढ़ी भी सट्टे के बाद शराब सेवन की भी आदी होती जा रही है जब इसी तरह खुलेआम सटोरिया द्वारा शहर की पाश कॉलोनी में सुबह से शाम तक बैठकर सट्टा खाईवाल का कार्य किया जा रहा है और शाम होते ही वहां पर रोड पर ही जाम छलकने लगे थे तब इसकी शिकायत पाश कॉलोनी के ही रहवासी ने पुलिस विभाग के आला अधिकारी को दी और कार्रवाई हेतु निवेदन किया और नाम गुप्त रखने हेतु भी निवेदन किया |तब फिर वही राम-लक्ष्मण की जोड़ी ने इस अवैध सट्टे के खाईवाल काे इस कार्रवाई के बारे में पूर्व में ही जानकारी दी और जब पुलिस चेकिंग के लिए पाइंड पर गई , ताे संबंधित पॉइंट से वह खाईवाल नहीं मिला | जबकि वह सट्टे का खाईवाल रोजाना सुबह से ही शहर की पॉश कॉलोनी में आकर अपना सट्टे का कार्य खुलेआम करता है और शाम होते ही जाम छलकाता हैं शिकायतकर्ता ने पुलिस काे गुप्त रूप से अपना नाम ना आने की बात पर यह शिकायत की थी | लेकिन थाने पर पॉइंट आने के बाद वह नाम भी सार्वजनिक हो गया और बाद में ही उस सटोरियों के हितेशी ने शिकायतकर्ता को धमकी भी दी | इन दो घटनाओं से यह खुले रुप में समझ में आ गया है कि राम-लक्ष्मण की जोड़ी शहर में अवैध रूप से से कार्य कर रहे लोगों को कार्रवाई के बारे में पूर्व में जानकारी देते है और संभवत टोकन प्राप्त करते हैं इस तरह यह राम-लक्ष्मण की जोड़ी पुलिस विभाग की गोपनीयता पर को भंग करते हुए उनकी कार्यप्रणाली को भी संदेहास्पद बना रही है क्या पुलिस कप्तान इस ओर ध्यान देकर जिले में हो रहे इस तरह के अवैध रूप से कार्य पर कोई कार्रवाई करेंगे …..?? और इस तरह की राम लक्ष्मण की जोड़ी को भी सख्त हिदायत देंगे या फिर यह कार्य प्रणाली यूं ही चलती रहेगी और पुलिस की गोपनीयता भी भंग होती रहेगी |