धार 21 अगस्त 2021/ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को जो भी कार्य सौंपा जाता है उस कार्य को उनके द्वारा पूर्ण लगन एवं निष्ठा के साथ सम्पन्न किया जाता है चाहे किल कोरोना का समय हो या कोरोना वैक्सीन की जागरूकता हेतु टीकाकरण केन्द्रों की सजावट का कार्य हो कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं द्वारा किया गया। अब समय आ गया है कि इन कार्यों के साथ-साथ विभागीय योजनाओं सेवाओं की लक्ष्य पूर्ति समयावधि में हो जिससे विभागीय योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को समय पर मिल सके यह बात कलेक्टर आलोक कुमार सिंह ने गत दिवस महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक की समीक्षा बैठक में कही। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत आशीष वशिष्ठ भी साथ थे।
श्री सिंह ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विभाग के मूल काम की ओर अपना ध्यान लगाने चूंकि नई पीढ़ी के निर्माण कि जिम्मेदारी आप पर है, अतः आप पांच वर्ष तक के बच्चों का नियमित वजन किया जाये तथा छूटे हुए बच्चों का भी उपलब्धता अनुसार वजन सुनिश्चित किया जाये, आवश्यकता अनुसार अति कम वजन के बच्चों के उचित उपचार तथा मध्यम कम वजन के बच्चों के पालकों को बच्चों के पालन-पोषण उनके वजन, पोषण आहार तथा माताओं को उचित आहार एवं नियमित स्वास्थ्य जांच व उपचार से संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई जावे जिससे मातृ एवं शिशु मृत्यु नियंत्रित होगी तथा जनता का भरोसा कायम रहेगा। बैठक में आंगनवाड़ी केन्द्रों की रंगाई-पुताई, स्वच्छता के संबंध में चर्चा करते हुए निर्देशित किया गया कि यथासमव किराये के भवनों में संचालित आंगनवाड़ी केन्द्रों ग्राम में उपलब्ध शासकीय भवनों में स्थानांतरित किये जाने के प्रयास किये जावे इस हेतु शिक्षा, पंचायत आदि विभागों से सहयोग हेतु अनुरोध किया जाये। आगनवाड़ी केन्द्रों पर जिला कार्यक्रम अधिकारी परियोजना अधिकारी सेक्टर पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका के नाम एवं दूरभाष क्रमांक अंकित किये जावे। सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका लगाई जावे जिसमें फलदार वृक्ष एवं सब्जियां हो जिन्हें आगनवाड़ी के बच्चों को वितरित करें इस प्रयास में आवश्यक हो तो स्थानीय पंचायत एवं मनरेगा से सहयोग प्राप्त करें यदि आंगनवाडी केन्द्रों में बाउण्ड्रीवाल न हो तो बोल्डरवाल बनाकर पोषण वाटिका कि सुरक्षा करे। सेक्टर स्तर पर निर्मित आगनवाड़ी सह बैठक कक्षों पर ध्यान देते हुए इन्हें भी सुसज्जित किया जाने तथा बड़े अक्षरों में भवन का नाम लिखवाया जाना सुनिश्चित करें जिला कार्यक्रम अधिकारी, सहायक संचालक, परियोजना अधिकारी सेक्टर पर्यवेक्षक नियमित भ्रमण कर क्षेत्र में हो रही विभागीय गतिविधियों की सतत् मॉनिटरिंग करें। आगामी माह में भी परियोजना अधिकारी एवं पर्यवेक्षक की समीक्षा बैठक की जाये तथा चर्चा किये गये विषयों की प्रगति सम्मिलित करते हुए प्रस्तुतिकरण रखें ।