झाबुआ – यूं तो मध्यप्रदेश परिवहन विभाग ने सारी प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी है लेकिन झाबुआ जिले में ऑनलाइन प्रक्रिया के बाद भी परिवहन विभाग से संबंधित कार्य के लिए अब भी आमजन को एजेंट माध्यम से ही कार्य करवाना पड़ता है और इस विभाग के एजेंट भी शासकीय शुल्क से दो से 3 गुना अधिक राशि वसूल कर लखपति और करोड़पति बन रहे । अब तो जिले की जनता भी कलेक्टर साहब से कर रही है…. गुहार…. जिले में परिवहन संबंधी कार्यों के लिए हो रही लूट से जिले वासियों को बचाया जाए और आर्थिक शोषण से भी राहत दी जाए ।
परिवहन विभाग से संबंधित यदि आपका कोई भी कार्य हो जैसे परमिट, ड्राइविंग लाइसेंस , रजिस्ट्रेशन आदि सारी प्रक्रिया ऑनलाइन प्रारंभ हो गई है तथा सारी प्रक्रिया व कागजी खानापूर्ति ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से ही पूर्ण की जा रही है लेकिन झाबुआ जिले में अब भी यह प्रक्रिया एजेंटों के माध्यम से पूर्ण हो रही है और जिले में परिवहन विभाग से संबंधित संपूर्ण कार्य के लिए एजेंटो द्वारा शासकीय निर्धारित राशि से 2 से ढाई गुना अधिक राशि वसूल कर जिले वासियों को लूटा जा रहा है यदि कोई ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से स्वयं प्रक्रिया को पूर्ण कर विभाग में आता है तो वहां पर पदस्थ विभागीय कर्मचारियों द्वारा नियम कायदों की एक लंबी लिस्ट दी जाती है जिस से परेशान होकर , उस व्यक्ति को एजेंटों की ही शरण लेनी पड़ती है और यह एजेंट तय राशि से दुगूनी से अधिक राशि लेकर आमजनों को खुलेआम लूट रहे हैं अब यह राशि एजेंटों द्वारा कहां कहां और किस किस में बट रही है यह जांच का विषय है… यह संपूर्ण राशि स्वयं एजेंट नहीं रखता होगा और कहीं ना कहीं इसका समायोजन भी होता होगा …जो जांच का विषय है । विगत दिनों ही हम परिवहन विभाग के कार्यालय के बाहर जिले के कुछ ऐसे युवाओं से संपर्क हुआ जो परिवहन विभाग में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए संपूर्ण प्रक्रिया एजेंटों के माध्यम से पूर्ण कर आए थे । नियमानुसार दोपहिया टू प्लस फोर व्हीलर ड्राइविंग लाइसेंस की लर्निंग और पूण लाइसेंस की राशि की संभावत: 474 + 1074 ₹ 1548 हैं । जबकि एजेंटों द्वारा विभागीय खर्च को सम्मिलित कर करीब ₹ 4000 आमजनों से ले रहे हैं कुछ ऐसा ही युवाओं से परिवहन विभाग के कार्यालय के गेट के बाहर हमने बातचीत की तो इस खुलासे का पता चला…….।. इस जिले के मेघनगर ब्लॉक के मदरानी के रहवासी दिनेश देवड़ा ने बताया कि व टू व्हीलर प्लस फोर व्हीलर का लाइसेंस बनवाने आया है और एजेंट द्वारा राशि ₹ 4000 ली गई है । वही सुखराम मोहनिया निवासी नाहरपुरा ने भी बताया की ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आया हैं ₹ 4000 एजेट द्वारा लिए गए हैं । वही अजय सांवरिया निवासी तारखेड़ी ने बताया कि ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ₹ 3500 लिए गए हैं । वही कलम सिंह राम सिंह , अब्बू बिलवाल, कांतु और पप्पू निवासी झुमका, रजला , बावड़ी, पीथमपुर इन चारों ने भी बताया कि इन्होंने भी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए एजेंट द्वारा ₹ 4500 प्रति व्यक्ति से राशि ली गई है । इस प्रकार परिवहन विभाग से संबंधित कार्यों के लिए विभागीय एजेंटों द्वारा शासकीय राशि से 2 गुना से अधिक राशि वसूल कर जिले वासियों को लूटा जा रहा है सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार शासकीय राशि को छोड़कर बाकी राशि एजेंट और विभागीय एजेंट में बरोबर बट जाती है । मध्य प्रदेश के मामा के भांजे भांजियो के साथ इस तरह की लूट से आमजन परेशान हो रहे हैं और परिवहन संबंधी कार्यों के लिए विभाग मे दलाली प्रथा से लूट से अब थक चुके हैं नाम ना बताने पर कई लोगो ने मांग की है कि कलेक्टर साहब …..अब तो जिले वासियों को परिवहन संबंधी कार्यों के लिए हो रही लूट से बचाया जाए और हो रहे आर्थिक शोषण से भी निजात दिलाई जाए.। क्या शासन प्रशासन इस ओर ध्यान देकर एजेंट और विभाग की मिलीभगत से , जिले में परिवहन संबंधी कार्य के लिए हो रही लूट से जिले वासियों को राहत मिल पाएगी या फिर या लूट यूं ही चलती रहेगी……?
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