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झाबुआ

अमृत सरोवर निर्माण में जनभागीदारी के लिएअधिकारियों एवं ठेकेदारों की हुई बैठक

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झाबुआ, 20 अप्रेल 2022। कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा की अध्यक्षता में निर्माण विभागों के अधिकारियों एवं उनके निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारों के साथ कलेक्टर कार्यालय सभाकक्ष में बैठक आयोजित कर उन्हें दिशा निर्देश दिये गये। आज जल अभिषेक अभियान के अंतर्गत जिले में 111 अमृत सरोवर का निर्माण किया जाना है। जिसकी लागत 18 करोड 40 लाख है। अमृत सरोवर निर्माण का कार्य वर्षा ऋतु के प्रारंभ होने के पहले पूर्ण करना है।
झाबुआ जिले में जल अभिषेक अभियान के अंतर्गत अमृत सरोवर के कार्य झाबुआ जनपद पंचायत में 11 कार्य लिए गए है। जिसकी लागत रूपए 401.96 लाख, मेघनगर जनपद पंचायत में 12 कार्य 181.29 लाख, जनपद पंचायत पेटलावद में 21 कार्य 429.33 लाख, जनपद पंचायत रामा में 22 कार्य 314.92 लाख, जनपद पंचायत राणापुर में 15 कार्य 174.98 लाख, जनपद पंचायत थांदला में 30 कार्य 337.86 लाख के लिए गए है। इस तरह जिले में 111 कार्य 18 करोड 40 लाख के है।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सिद्धार्थ जैन, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री जितेन्द्र मावी, लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री विजय सिंह पंवार, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना ईकाई के महाप्रबंधक, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री लोकेन्द्र मण्डलोई, मनरेगा के परियोजना अधिकारी श्री मनोज बारस्कर, एसडीओ पीआईयू श्री बी.पी.साल्वे, एसडीओ पी.डब्लयू डी. श्री डी.के. शुक्ला आदि जिला अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री मिश्रा ने बैठक में बताया कि शासन की मंशा है कि जल अभिषेक अभियान के अंतर्गत जिले में बनाये जाने वाले अमृत सरोवर में जनभागीदारी से सहयोग लिया जाये और शेष कार्य मनरेगा से कराया जाये। विभिन्न निर्माण विभागों में कार्य कर रहे ठेकेदार अपनी मशीनरी के साथ एक-दो दिन सहयोग प्रदान कर अमृत सरोवर निर्माण के लिए मिट्टी की खुदाई कर दें और तालाब के आकार की संरचना का निर्माण कर दें। तालाब की बंड आदि का कार्य मनरेगा से कराया जायेगा। सभी ठेकेदारों को इस कार्य में सहयोग करना है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होना चाहिए। सभी ठेकेदार प्रत्येक विकासखंड में सहयोग के लिए अमृत सरोवर को चिन्हित कर लें। तालाब के लिए की जाने वाली खुदाई से निकलने वाली मिट्टी का उपयोग ठेकेदार सड़क निर्माण या अन्य कार्यों में कर सकते है। कलेक्टर डॉ मिश्रा ने कहा कि जल संरक्षण के इस कार्य में मिलने वाला योगदान झाबुआ जिले के भू-जल स्तर को बढ़ाने में मददगार होगा।
बैठक में सभी निर्माण विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने विभाग के ठेकेदारों से समन्वय कर अमृत सरोवर तालाब निर्माण में सहयोग के लिए ग्राम एवं स्थान तय कर लें। इसमें जन अभियान परिषद द्वारा भी समन्वय किया जायेगा। यह कार्य एक सप्ताह के भीतर करना है। जिससे वर्षा ऋतु के पहले अमृत सरोवर का निर्माण पूर्ण किया जा सकेगा।

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