झाबुआ आचार्य श्री महाश्रमण जी की सु शिष्या साध्वी श्री सम्यक प्रभा जी आदि ठाणा-4 के सानिध्य में नव वर्ष की मंगलमय बेला पर मालवा स्तरीय वृहद मंगल पाठ का कार्यक्रम स्थानीय शहनाई गार्डन में आयोजित किया गया |कार्यक्रम में जिले के विभिन्न चौखलो से श्रावक श्राविकाओ ने इस कार्यक्रम में अपनी सहभागिता की |
सर्वप्रथम कार्यक्रम की शुरुआत साध्वी श्री सम्यक प्रभा जी ने नमस्कार महामंत्र के उच्चारण के साथ की | तेरापंथ कन्या मंडल ने मंगलाचरण गीत की प्रस्तुति के साथ कार्य कार्यक्रम प्रारंभ हुआ |अगली कड़ी में तेरापंथ धर्म संघ के सुश्रावक ताराचंद गादीया ने पेटलावद ,मेघनगर ,थांदला , रायपुरिया ,झकनावदा, राणापुर ,काली देवी ,दाहोद, कतवारा आदि स्थानों से पधारे श्रावक श्राविकाओ का स्वागत कर, स्वागत भाषण दिया |वक्ता के रूप में मगनलाल जी गादीया ने अपनी भावना व्यक्त की |ज्ञानशाला के बच्चों ने गीत….. ना डिस्को जाएंगे …..ना होटल जाएंगे ……..के माध्यम से संस्कारवान प्रस्तुति देकर सबको अपनी और आकर्षित किया | यह तो सच है कि नवकार है….. सब मंत्रों का यही सार है… गीत के माध्यम से एेंजल गादिया ने पूरे माहौल को धर्ममय बना दिया | युवक परिषद के प्रमोद कोठारी ने गीतिका प्रस्तुत की | तेरापंथ महिला मंडल ने 16 महासती का परिचय बताते हुए नृत्य प्रस्तुति दी जिसकी श्रावक समाज ने काफी सराहना की |
साध्वी श्री सम्यक प्रभात जी ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए कि नववर्ष की शुभकामना व बधाई देते हुए आध्यात्मिक गति प्रगति की प्रेरणा दी | आपने कहा कि नूतन साल नया उल्लास ,नया विश्वास , नया प्रकाश लेकर आया है हर प्रभात जीवन में एक नया आभास और नव संदेश लेकर आता है इसलिए आज की प्रभात हर मानव को अतीत का जिक्र भविष्य का फिक्र न करते हुए वर्तमान का फक्र करने का संदेश दे रही हैं नववर्ष की शुरुआत आपसी तालमेल ,प्यार अहिंसा के साथ हो |जीवन का रथ सहकार और सहयोग के साथ आगे बढ़ता है |जो दूसरों के लिए सक्रिय रहता है कुदरत स्वयं उसकी अगवानी में खुशहाली के अनेक द्वार उद्घघाटित करता है नववर्ष उपलब्धि पूर्ण बने इसके लिए मात्र मंगल पाठ श्रवण तक सीमित ना रहे |अपितु अपने द्वारा कुछ नया रचनात्मक व संकल्पों से करें |आपने नव वर्ष पर महा मांगलिक पाठ के दौरान विभिन्न मंत्रों का उच्चारण करते हुए वातावरण मंगलमय बना दिया | सैकड़ों लोगों ने महा मंगल पाठ का श्रवण कर आनंदानुभूति की |आपने पूरी परिषद को नए साल में नए संकल्प को में से एक संकल्प या अधिक यथासंभव जीवन में उतारने का संकल्प करवाया |
साध्वी मलयप्रभा जी ने नव वर्ष की मंगल कामनाओं संग वर्षारंभ शुभाय की भावना व्यक्त की | आपने कहा हर वर्ष कैलेंडर ,वेश, परिवेश सब कुछ बदले हैं पर अंग, असहिष्णुता ,स्वार्थवृति , व्यसन , नशा आदि जीवन को दूषित करने वाली मनोवृति नहीं बदली है आदमी यदि नहीं बदलता है तो जहां का जहां ही खुद रहता है |इस हेतु नव मंगल भावना की साधना करना आवश्यक है टआज का दिन केवल 2019 को अलविदा करने का नहीं बल्कि नकारात्मक सोच को अलविदा कहने का है |आज का दिन नव वर्ष के स्वागत का नहीं बल्कि समय के दर्पण का है जो हमारी कोई पहचान दिला सके |सम्यक सोच के साथ नैतिक जीवन जीते हुए हेतु संकल्प करें |अतीत मैं हुई भूलों को पुनः ना दोहराने का संकल्प कर नववर्ष का स्वागत करें | अपनी वाणी और व्यवहार को रसदार ,जानदार शानदार बनाने हेतु संकल्पित होने का दिन है | अतीत की पोती को खोल उसके बदरंग पनाे को हटाकर जीवन को स्वर्णिम आभा से अभिमंदीत करने की मंगल भावना व्यक्त की |
धर्मसभा को तेरापंथ सभा के अध्यक्ष पंकज कोठारी ने संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष आते हैं और जाते हैं वर्ष भर में हम यह आकलन करें कि हमने धार्मिक उपलब्धि क्या प्राप्त करी |क्योंकि जीवन के साथ भी जीवन के बाद भी धर्म ही काम आएगा | आम व्यक्ति का पूरा जीवन व्यवसाय, परिवार और सामाजिकता में चला जाता है | इसलिए हमें समय-समय पर जप, तप ध्यान ,संयम आदि करते रहना चाहिए | धर्म सभा को तेरापंथी सभा पेटलावद के अध्यक्ष झमकलाल भंडारी, पेटलावद सभा के सुश्रावक फूलचंद कासवा , मालवा सभा के जोन प्रभारी दिलीप भंडारी ने भी संबोधित किया व नव वर्ष की मंगल बेला पर शुभकामनाएं प्रेषित की | झाबुआ तेरापंथ समाज के उपासक विशाल कोठारी ने मुक्तक के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी |कार्यक्रम के अंत में तेरापंथी सभा के सचिव पीयूष गादिया ने आभार व्यक्त किया |