Connect with us

झाबुआ

शहर में सटाैरिये हुए सक्रिय……. युवा वर्ग धस रहा इस सट्टे नुमा दलदल में……….

Published

on

झाबुआ। कोरोना वायरस के सक्रमण की चैन को रोकने के लिये जिला प्रशासन द्वारा झाबुआ जिले को लॉक डाउन किया गया था । जिस पर से प्रशासन की अांशिक छूट के बाद से ही सटौरियो ने भी अपना मुंह खोलना शुरू कर दिया। यह सटोरिया शहर के राजगढ़ नाका, रामकृष्ण नगर, गोपाल कॉलोनी, नगरपालिका के बाहर, बस स्टैंड चौराहा, राजवाड़ा चौक आदि स्थानों पर आसानी से देखे जा सकते हैं | पुलिस विभाग की लचीली कार्यप्रणाली के कारण ही नगर में ही सटौरिये खुले आम घूम रहे है।

-सटाैरिये गली कुचौ मे घूम घूम कर रहे सट्टे का कारोबार

एक दो सटौरियो को पकडकर पुलिस के द्वारा कागजी कार्यवाही पूर्ण की जा रही है। नगर मे लॉक डाउन के तहत मिली आंशिक छूट के दौरान सटौरियो ने अपने कारोबार शुरू कर दिये है। यह सटाैरियेै दोपहिया वाहनों पर घूमते हुए शहर के विभिन्न क्षेत्रों में खाईवाल करते देखे जा सकते हैं साथ ही इनका संपूर्ण सट्टा मोबाइल पर ही संचालित होता है यह सटोरिए एक ही स्थान पर कुछ घंटों के लिए खड़े होते हैं और बाद में स्थान बदल लेते हैं वही गली कुचौ मे घूम घूम कर यह सटैारिये अपने सट्टे का कारोबार कर रहे है। इन सटौरिये ने अपना कोई एक ठिकाना नही बना रखा है ये पुरे नगर मे घूमते फिरते ही सट्टे का नबर लगाकर खाईवाल बन अपना काम कर रहे है। यह सटोरिया कभी चाय की गुमटी पर ,तो कभी चौराहे पर , तो कभी पान की दुकान के आसपास आसानी से देखे जा सकते हैं इसके अलावा सबसे चौंकाने वाली बात कि शहर की एक गली का नाम भी इस सट्टे के कारण मूल मार्ग के नाम के साथ सट्टा गली हो गया है सबसे बड़ी बात शहर की जनता तक को यह मालूम है कि यह सट्टे का खाईवाल है लेकिन पुलिस की कार्यप्रणाली से तो लगता है कि उन्हें यह जानकारी ही नहीं है | कहीं यह सट्टे के खाईवाल पुलिस के साथ तालमेल बिठाकर ही तो नहीं अपना इस गैरकानूनी सट्टे को अंजाम दे रहे हैं | अन्यथा आसानी से देखे जाने वाले यह खाईवाल पर पुलिस की नजर क्यों नहीं …..?? यह समझ से परे है.|

-युवा वर्ग धस रहा इस सट्टे नुमा दलदल में……
नगर मे इन सटौरिये के कारण युवा लाबी व ग्रामीण युवा लाबी भी इस दलदल की ओर धसती जा रही है। वही इन सटौरियो के कारण नगर मे युवा वर्ग को शामिल कर इनसे सट्टे का कारोबार कर उन्हे लूटा जा रहा है। वही ऐसे कई युवा वर्ग इस गौरख धंधे मे फंस चुके है जिनमे कई युवा वर्ग को सट्टे के पैसे जुटाने ओर उसे खेलने के लिये अपराध का सहारा लेना पडता है। जिसमे उनके द्वारा कई ऐसे कृत्य किये जा रहे है जो समाज एवं कानून के लिये घातक सि़द्ध हो रहे है। कई बार पैसों के लेनदेन के कारण विवाद भी करते हैं | कुछ बड़े सटोरिए धन का लालच देकर युवा पीढ़ी को इस दलदल में धकेल रहे हैं |

-दलदल बना देंगे पुरे नगर को सट्टे का
पूर्व मे भी नगर मे कई युवा वर्ग के द्वारा ही बडे बडे कुक्रत्य किये जा चुके है जिससे पुरा नगर हिल चुका है। वही दूसरी ओर आज भी युवा वर्ग इस सट्टे नुमा दलदल की ओर झुकता जा रहा है जिससे की पुरी युवा पीढी का भविष्य अंधकार की ओर बढ रहा है। ऐसे मे नवयुवको का भविष्य के साथ उनके पूरे परिवार का भविष्य खतरे से घिरा हुआ है। नगर में पुलिस की मुस्तैदी का ना के बराबर होने लगी है। जिससे की इन सटौरियो के हौसले धीरे धीरे फिर से बुलंद होते जा रहे है। ऐसे में यदि इन सटौरियो पर लगाम नही कसी गई तो ये पुरे नगर को एक सट्टे का दलदल बना देंगे। जिला पुलिस प्रशासन को इस ध्यान देने की दरकार है । …..क्या पुलिस प्रशासन इस ओर ध्यान देकर इन सटोरियों पर कोई कार्रवाई करेंगा या फिर यह खुलेआम ही युवा पीढ़ी को इस दलदल में धकेलते रहेंगे |

देश दुनिया की ताजा खबरे सबसे पहले पाने के लिए लाइक करे प्रादेशिक जन समाचार फेसबुक पेज

प्रादेशिक जन समाचार स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा मंच है यहाँ विभिन्न टीवी चैनेलो और समाचार पत्रों में कार्यरत पत्रकार अपनी प्रमुख खबरे प्रकाशन हेतु प्रेषित करते है।

Subscribe Youtube

Advertisement

सेंसेक्स

Trending

कॉपीराइट © 2021. प्रादेशिक जन समाचार

error: Content is protected !!