दर्जनों बार मौखिक शिकायत करने के बाद भी परियोजना प्रशासक ने कोई कार्यवाही नहीं की और ना ही अवैध बेसमेंट निर्माण की शिकायत को लेकर कोई जांच की…
करीब 3 माह पूर्व लिखित शिकायत पर भी परियोजना प्रशासक द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई
शहर में जगह-जगह हो रहे अवैध बेसमेंट के निर्माण।मिलीभगत के चलते जोरो शोरो से चल रहा काम। झाबुआ— यूं तो झाबुआ जिला कोरोना वायरस से लड़ रहा है वहीं दूसरी और नगरपालिका में रिश्वत का वायरस तेजी से फैल रहा है। इल्लीगल काम की भी परमिशन मौखिक रूप से दी जा रही है शिकायत होने के बाद शिकायतकर्ता को ही समझाइश दी जा रही है। ऐसे ही कई मामले शहर के कई जगहों के प्रारंभ हुए बेसमेंट निर्माण कार्य में देखने को मिल रहे है , जहां पर मकान मालिकों द्वारा बिना परमिशन के बेसमेंट को खोदकर बनाया जा रहा है। जिसको नगरपालिका की ओर से काम बंद करने का नोटिस भी दिया गया है या नहीं ? , परन्तु आज दिनांक तक नगर पालिका ने जहां जहां बेसमेंट निर्माण कार्य हो रहे है वहा निर्माण कार्य बंद नही करवा पाई । या यूं कहें कि रिश्वत के बोझ से दबे अधिकारी अवैध बेसमेंट निर्माण कार्य बंद नही करवाना चाहते है?। इसके बाद परियोजना प्रशासक को इस अवैध निर्माण को लेकर शिकायत करने के बाद भी यह अधिकारी कार्रवाई करने के बजाए चुप्पी साधे बैठा है ।
बिना परमिशन के हो रहे कार्य *
विभागीय गलियों से यह भी पता चला है कि बेसमेंट की परमिशन नगरपालिका द्वारा संभवत नहीं दी जाती है। ओर किसी को बेसमेंट की मंजूरी लेना है तो वह इंदौर कमिश्नर ऑफिस से लेना पड़ती है और वह भी सिर्फ पार्किंग के लिए के लिए मिलती है, यदि नहीं तो किस आधार पर झाबुआ नगर में कई स्थानों पर अवैध बेसमेंट निर्माण हो रहा है।
शिकायत के बाद भी कार्रवाई के नाम पर अधिकारी मौन *
शहर के ही कुछ जागरूक नागरिकों ने इसकी शिकायत नगर पालिका अधिकारी को की तब उन्होंने कहा कि आन लाइन कार्यवाही की जा रही है और उस पर अर्थदंड लगाया जाएगा । किंतु शिकायत कर्ता ने काम बंद करवाने को बात की तो सी एम ओ साब कुछ जवाब नहीं दे पाए। यह भी समझ से परे है कि नोटिस के बाद भी क्या कारण है कि सीएमओ साब काम बंद करवाने में रुचि क्यो नही ले रहे है क्यो सीएमओ साहब कुंभकर्णीय नींद से जाग नहीं रहे है।
शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जैसे मुख्य बाजार, रुनवाल बाजार ,विवेकानंद कॉलोनी ,कमल टॉकीज आदि अनेक स्थानों पर अवैध बेसमेट निर्माण कार्य धड़ल्ले से चल रहे हैं इन अवैध निर्माण कार्य को लेकर 6 जून को शहर के जागरूक नागरिक ने ,नगर पालिका में सुनवाई ना होने पर ,परियोजना प्रशासक जिला शहरी विकास अभिकरण के अधिकारी को आवेदन देकर नगर पालिका की स्थिति से अवगत कराया और साथ ही साथ शहर में हो रहे अवैध बेसमेंट निर्माण कार्य को बंद कराने हेतु आवेदन दिया । आवेदन के करीब 3 महीने बीत जाने के बाद भी परियोजना प्रशासक ना तो किसी तरह की कोई कार्रवाई की और ना ही शिकायत के आधार पर जांच दल बनाकर उपरोक्त स्थानों पर जांच कर पंचनामा बनाया । जबकि अधिकारी को इस तरह के अवैध कार्यों को लेकर प्रथम दृष्टया ही कार्रवाई की जाना चाहिए, लेकिन बावजूद शिकायतों के अधिकारी अपने कार्यालय में व्यस्त शिकायतों को नजरअंदाज कर कार्रवाई के लिए नगर पालिका अधिकारी पर जवाबदारी बता रहा है यह जरूर है सूचना के माध्यम से नगरपालिका को अवगत कराया है । लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी नपा द्वारा अवैध बेसमेट निर्माण कार्य पर कोई कार्रवाई नहीं की । जब आवेदन पर परियोजना प्रशासक से 3 माह में किसी भी तरह की कोई कार्रवाई ना होने पर जानकारी चाही, तो अधिकारी ने पल्ला झाड़ते हुए कार्रवाई से इंकार कर दिया और कहा कि आप कलेक्टर सर को शिकायत करें तब जाकर कोई कार्रवाई होगी । क्या शासन प्रशासन इस ओर ध्यान देकर इस तरह शहर में हो रहे अवैध देश में निर्माण कार्य पर कोई कार्यवाही करेगा या फिर परियोजना प्रशासक यूं ही नियमों की आड़ में अवैध निर्माण कार्य को बढ़ावा देगा….।?
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