झाबुआ – जिले में किसी इंदौरी बाबू (पाठक ) के सक्रियता के कारण जिले की फिजा बिगड़ती जा रही है यह इंदौरी बाबू अपने आर्थिक लाभ कमाने को लेकर , अब दादागिरी और हठधर्मिता भी कर रहा है । जहां पूर्व में इस इंदौरी बाबू ने आउटसोर्स कर्मचारी को पूर्ण वेतन न देते हुए , बाद में उनकी पीएफ की राशि तक हजम कर गया ।अब हाल ही में यह इंदौरी बाबू विभिन्न विभागों में अधिकारियों कर्मचारियों को भाजपा के किसी बड़े नेता का हवाला देकर डरा धमका रहा है और अवैध वसूली भी कर रहा है
जिले में कोविड कॉल के दौरान से ही इस इंदौरी बाबू के चर्च और लोभप्रवृत्ति की चर्चा आए दिन सुनने को मिल रही थी । सूत्रों का कहना है कि इस इंदौरी बाबू (पाठक) में कोविड काल से ही स्वास्थ्य विभाग को अपने आर्थिक लाभ का अड्डा बनाया और इस विभाग को मनचाहे तौर पर लूटने का काम किया । इस विभाग में किसी भी तरह का कोई सामग्री सप्लाई हो या आउटसोर्स कर्मचारी की सेवाएं हो, इस इंदौरी बाबू की फर्म द्वारा कार्य निष्पादित किया जा रहा था धीरे-धीरे यह इंदौरी बाबू इस विभाग में पूर्ण रूप से घुल-मिल गया और दिन दोगुनी रात चौगुनी की तर्ज पर आर्थिक विकास करने में लग गया । नई सरकार के गठन के बाद से ही इस जिले में बबलू नाम के सप्लायर की सक्रियता से इस इंदौरी बाबू ( पाठक )की नींद उड़ गई और जो स्वास्थ्य विभाग में करोड़ों का सप्लाई करने वाला , इंदौरी बाबू के हाथ कुछ भी नहीं लग रहा था तब इस इंदौरी बाबू ने भाजपा के किसी बड़े नेता का हवाला देते हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को सामग्री सप्लाई के आदेशों को लेकर डराना और धमकाना शुरू कर दिया और ट्रांसफर की धमकी भी देने लग गया । इसके साथ ही इस इंदौरी बाबू ने अपने पैर पसारते हुए जिले के शिक्षा विभाग में भी अपने पैर पसारते हुए, सामग्री सप्लाई को लेकर कार्य प्रारंभ किए गए हैं । इन विभागों में भी जब विभागीय अधिकारी कर्मचारियों ने पाठक की बात से मानने से इनकार किया ,तो भाजपा के किसी बड़े नेता का हवाला देते हुए ट्रांसफर की धमकी दी व सभी कार्यादेश इसकी फर्म को देने के लिए दबाव भी बना रहा है । इसके अलावा भी यह इंदौरी बाबू नगर के प्रथम नागरिक को बनाने को लेकर भी , इनकी आपसी लेन-देन की बातें भी चौराहे चौराहे पर कर रहा है । इसके अलावा भी यह इंदौरी बाबू विगत माह में विभिन्न रेत ट्रक चालकों और डंपर चालकों से अवैध रेत परिवहन के नाम पर अवैध वसूली की बातें भी सूत्रों द्वारा बताई जा रही है और सूत्रों का यह भी कहना है कि यह वसूली रात्रि कालीन में ही की जाती थी । सूत्रों का यह भी कहना है कि यह इंदौरी बाबू विभिन्न विभागों में स्थानांतरण आदेश को लेकर भी दलाली का धंधा करता है और मनमाने दाम भी दलाली के रूप में लेता है । आखिर यह इंदौरी बाबू भाजपा के किसी बड़े नेता का हवाला देकर, आर्थिक रोटियां सेंकने में लगा हुआ है ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा की जिस नेता का नाम लेकर यह अपना कार्य निकाल रहा है संभवतः उस नेता को इस बात की भनक भी नहीं है । लेकिन जिस गति से इंदौरी बाबू (पाठक) भाजपा नेता का हवाला देकर अपना निजी हित सादने में लगा हुआ है उस कार्य प्रणाली से भाजपा नेता की छवि तो धूमिल हो ही रही है साथ ही साथ भाजपा पार्टी की छवि भी धूमिल करने का प्रयास , इस इंदौरी बाबू द्वारा लगातार किया जा रहा है । भाजपा को चाहिए कि इस तरह के इंदौरी बाबू को लेकर छानबीन की जाना चाहिए तथा जिस तरह से उनके नाम का दुरुपयोग , अपने सदुपयोग के लिए कर रहा है उसके लिए इस इंदौरी बाबू पर कसावट भी करना चाहिए । क्या बीजेपी इस और ध्यान देकर इंदौरी बाबू की कार्यप्रणाली को लेकर और पार्टी की छवि धूमिल करने के प्रयास को लेकर, कोई जांच पड़ताल करेगा या फिर यह इंदौरी बाबू यूं ही मनमानी करता रहेगा…..?
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