झाबुआ – सोधर्म- बृहत्तपागच्छाधिपति आचार्य भगवंत श्रीमद विजय जयानंद सूरीश्वर जी म.सा. एवं आचार्य भगवंत श्रीमद विजय दिव्यानंद सूरीश्वर जी म.सा , झाबुआ के नंदन मुनिराज श्री विधान विजय म.सा आदि श्रमण- श्रमणी वृंद की पावनकारी शुभ निश्रा में 9 दिवसीय शाश्वती श्री सिद्धचक्र नवपद ओली की आराधना पूर्ण होने पर अणु मंगल भवन पर आयंबिल तपस्वीयों ने पारणा किया व लाभार्थी परिवार का श्रीसंघ ने सम्मान किया ।
नवपद ओली आराधना, जैन धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है. इसे आयंबिल ओली के नाम से भी जाना जाता है । यह नौ दिन तक चलने वाला त्यौहार है। दीपावली, होली, पर्यूषण आदि पर्व साल में एक बार आते हैं लेकिन शाश्वती सिद्धचक्र नवपद ओली जी साल में दो बार चैत्र मास व असोज मास में आती है । अरिहंत ,सिद्ध ,आचार्य , उपाध्याय ,साधु, ज्ञान, दर्शन, चरित्र और तप की साधना ही नवपद ओली आराधना का सार है यह आराधना कर्मों की निर्जरा तथा शारीरिक व्याधि को दूर करती है । नवपद ओली जी का तप आयंबिल से किया जाता है ओली तप में आराधक एक बैठक पर एक समय भोजन करता है उसमें भी पानी उबला हुआ व भोजन रुखा अर्थात तेल- घी, मिर्च -मसाले, नमक -शक्कर, दूध -दही , आदि रहित या स्वादहीन भोजन करता है इस दौरान आराधक सुबह उठकर भक्तांबर पाठ , सामायिक ,पूजन , प्रवचन श्रवण तथा दोपहर को देव वंदन व संध्या प्रतिक्रमण तथा निर्धारित माला जाप करता है । इसी कड़ी में भी झाबुआ में भी नवपद ओली की आराधना 4 अप्रैल को प्रारंभ हुई व 12 अप्रैल को ओली जी की आराधना पूर्ण हुई तथा 13 अप्रैल को सामूहिक रूप से पारणा आयोजित हुआ । इस नवपद ओली में बच्चे , महिलाएं व पुरुषों ने भी इस तप को किया । इस तप अनुसार सभी तपस्वियों ने सुबह उठकर पूजन-पाठ ,प्रवचन श्रवण तथा संध्या में प्रतिक्रमण किया गया । वही विशेष रूप से झाबुआ के नंदन, मेहता कुल के गौरव मुनिराज विधान विजय जी म.सा की दीक्षा के पंचम वर्ष में प्रवेश अनुमोदनार्थ मेहता परिवार द्वारा संपूर्ण नवपद ओली जी के नव दिन तथा पारणा के लाभार्थी धर्मचंद मेहता व ज्ञानचंद अभिषेक मेहता परिवार बना । सकल जैन श्री संघ द्वारा मेहता परिवार को मोतियों की माला पहनाकर सम्मानित किया गया ।
रविवार को पारणा कार्यक्रम अणु मंगल भवन पर आयोजित हुआ । सुबह करीब 8 बजे श्री नवपद ओलीजी, वरण के तपस्वी ,वर्षीतप , कर्मचूर ,अष्टापद, श्री वर्धमान आयंबिल पाया एवं ओलीजी , चेत्री पूर्णिमा के तपस्वीयों का पारणा प्रारंभ हुआ । इस दौरान कई नन्हे बालक बालिकाओं ने अपने माता को पारणा करवाया । तो कई बहूओ ने अपनी सासू को पारणा, तो कई सासू ने अपनी बहू को, तो कई पतियों ने अपनी पत्नी को पारणा करवाया । इस दौरान कई धर्म परिवारजनों ने आयंबिल तपस्वीयों को तिलक लगाकर, सुखाता पूछते हुए प्रभावना वितरित की और मंगलकामना की । करीब 90 से अधिक तपस्वीयों ने नवपद ओली जी की आराधना कर , आयंबिल तप किए । पारणा कार्यक्रम पश्चात बावन जिनालय मंदिर में धर्म सभा में तब्दील हुई । कार्यक्रम में विशेष रूप से संजय मेहता, अभिषेक मेहता का विशेष योगदान रहा ।
*
देश दुनिया की ताजा खबरे सबसे पहले पाने के लिए लाइक करे प्रादेशिक जन समाचार फेसबुक पेज
प्रादेशिक जन समाचार स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा मंच है यहाँ विभिन्न टीवी चैनेलो और समाचार पत्रों में कार्यरत पत्रकार अपनी प्रमुख खबरे प्रकाशन हेतु प्रेषित करते है।