झाबुआ – जिला परिवहन अधिकारी के संरक्षण में बस संचालकों द्वारा कई ऐसी बसों का संचालन किया जा रहा है जिनके पास वैद्य परमिट भी नहीं है जिला परिवहन विभाग की मिलीभगत से और चेकिंग अभियान के अभाव में बस मालिकों द्वारा दूसरे बस परमिट के नाम से बेखौफ बसों का संचालन किया जा रहा है और शासन को राजस्व का नुकसान पहुंचाया जा रहा है ।
झाबुआ जिले में ऐसी कई बसें संचालित हो रही है जो कि नंबरों के फेरबदल से एक गंतव्य से दूसरे गंतव्य तक बेखौफ दौड़ रही है बस मालिकों द्वारा शासन को लाखों रुपए का राजस्व का नुकसान पहुंचाया जा रहा है और परमिट के नाम पर राजस्व हानि पहुंचाई जा रही है यूं कहें कि परमिट किसी और बस का रहता है चलाई कोई दूसरी बस जा रही है । या फिर सरल भाषा में यूं कहें एक ही परमिट से दो से तीन बसों का संचालन किया जाता है । जिले में ऐसी कई बसें संचालित हो रही है जो कि बिना परमिट से मौत बनकर दौड़ रही है यह सब जानकारी जिला परिवहन कार्यालय में बैठे हुए अधिकारियों को भी है लेकिन उनके द्वारा मात्र चालानी कार्यवाही कर, या समझाइश देकर छोड़ दिया जाता है । विगत दिनों ही हमीरगढ़ से पेटलावद की ओर आ रही नवकार बस दुर्घटनाग्रस्त होकर बड़ी घाटी पर पलटी खा गई ।.जानकारी अनुसार करीब 50 से 60 यात्री इस बस में यात्रा कर रहे थे जिसमें से कई यात्रियों को चोटें आई है जानकारी अनुसार बस मालिक के पास परमिट भी नहीं था । बस क्रमांक एमपी 09 एलएन 6786 परिवहन कार्यालय झाबुआ में दर्ज नहीं है यह बस बिना परमिट के चल रही है कार्यालय से जानकारी प्राप्त करने पर पता चला कि इस बस का परमिट नहीं है । इस तरह ऐसी और भी कई बसें होंगी जो बिना परमिट के जिले में बेखौफ दौड़ रही है । फिर यह बस मालिक की आधार पर इस बस का संचालन कर रहा था ।
टूर परमिट पर सवारी बसों का संचालन……।।
जिला परिवहन विभाग की मिलीभगत से जिले में कई निजी बस संचालकों द्वारा एक प्रदेश से अन्य प्रदेश में टूर परमिट पर सवारी बसों का संचालन किया जा रहा है जबकि नियम अनुसार यह संभव नहीं है । इसके लिए एक अस्थाई बस स्टैंड भी झाबुआ के करडावद ग्राम में बना हुआ है जहां से गुजरात राज्य के विभिन्न शहरों मे जाने के लिए सवारी की बुकिंग की जाती है । यदि नियम अनुसार इन बसों की चेकिंग की जाए ,तो संभवत यह बसे , टूर परमिट पर चल रही होगी । जिस पर सवारी बसों का संचालन किया जा रहा है क्योंकि टूर बस के लिए स्थाई 5 या 7 दिन का परमिट मिलता है जिसे यह सवारी बसों में उपयोग करते हैं । इसके अलावा इन बसों में क्षमता से अधिक सवारियों को बैठाया जा रहा है और टिकट वसूली जा रही है ।