जैन सोशल ग्रुप मैत्री झाबुआ द्वारा आगामी सत्र के लिए अध्यक्ष पद चुनाव हेतु चुनाव प्रक्रिया का आयोजन स्थानीय पावर हाउस रोड स्थित शांति निकेतन लाज के सभाकक्ष में संपन्न हुआ |जिसमें सर्वानुमति से आगामी दो सत्रों के अध्यक्षों का चुनाव किया गया , जिसमें वर्ष 2019-20 व 2020-21के लिए जय भंडारी अध्यक्ष व 2021-22व 2022-23 के लिए पंकज कोठारी अध्यक्ष मनोनीत |
जैन सोशल ग्रुप मैत्री झाबुआ का वर्तमान कार्यकाल समापन की ओर है और आगामी सत्र के लिए चुनाव प्रक्रिया का आयोजन किया गया |कार्यक्रम की शुरुआत मे संचित बाबेल ने सभी सदस्यों का अभिनंदन किया | चुनाव अधिकारी या निर्णायक गण के लिए जैन समाज के वरिष्ठ श्रावक शशिकांत जी छाजेड़ ,प्रमोद जी भंडारी , मैत्री के पूर्व अध्यक्ष नीरज गाजिया को मंच पर आमंत्रित किया गया | मैत्री सदस्यों द्वारा चुनाव अधिकारियों को पुष्प देकर स्वागत व अभिनंदन किया गया | चुनावी प्रक्रिया प्रारंभ होने से पूर्व शशिकांत जी छाजेड़ द्वारा नियमों की जानकारी दी गई | नीरज गादिया ने बताया कि अब तक मैत्री ग्रुप में अध्यक्ष पद का कार्यकाल 1 वर्ष का होता था जो इस बार से नियम में परिवर्तन होते हुए आगामी सत्र के लिए अध्यक्ष पद का कार्यकाल 2 वर्ष का होगा | संचित बाबेल द्वारा निर्णायक गण से अनुमति लेते हुए चुनावी प्रक्रिया प्रारंभ की और अध्यक्ष पद हेतु नाम आमंत्रित किए | विशाल कोठारी द्वारा हंसमुख, मिलनसार और मैत्री में क्रिएटिविटी के लिए जाने जाते ,जय भंडारी का नाम अध्यक्ष पद के लिए प्रस्तावित किया, नितेश कोठारी ने इसका समर्थन दिया |मितेश गादिया ने सहज ,सरल व्यक्तित्व के धनी पंकज कोठारी का नाम अध्यक्ष पद हेतु प्रस्तावित किया, जिसका समर्थन अंकित जैन ने किया |दो नाम आने पर निर्णायगण ने दोनों प्रत्याशियों को आपसी तालमेल बनाने को कहा |लेकिन दोनों ही प्रत्याशी डटे रहे |सर्वानुमति से निर्णय न आने पर निर्णायक गण ने वोटिंग प्रक्रिया को अपनाने की बात कही |सभी मैत्री सदस्यों द्वारा इस प्रक्रिया का विरोध किया गया |वरिष्ठ श्रावक शशिकांत जी छाजेड़ द्वारा वोटिंग प्रक्रिया के अपने अनुभव को साझा करते हुए बताया कि यदि यह प्रक्रिया अपनाई गई तो सदस्यों में मनमुटाव होगा और आपसी तालमेल की भी कमी होगी और कहीं न कहीं ग्रुप के टूटने की आशंका भी जताई |मैत्री सदस्य डॉ वैभव सुराणा ने भी वोटिंग प्रक्रिया पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ग्रुप में राजनीति नहीं , राजनीति में ग्रुप होना चाहिए |किसी भी तरह का निर्णय न आने की दशा में निर्णायक गण द्वारा दोनों प्रत्याशियों को अलग-अलग समझाइश दी गई |मैत्री ग्रुप में वोटिंग प्रक्रिया ना हो और ग्रुप ना टूटे इस हेतु निर्णायक गण ने काफी विचार-विमर्श करने के बाद एक स्वस्थ सुझाव दिया कि आज चुनावी प्रक्रिया में आगामी दो सत्रों के अध्यक्ष पद का चुनाव किया जाए जिससे आपसी तालमेल और समझ बनी रहे |मैत्री सदस्यों ने सर्वानुमति से इस सुझाव पर सहमति दी सर्व अनुमति से निर्णय आने के बाद आगामी सत्र के प्रथम कार्यकाल के लिए वर्ष 2019 -20 व 20 -21 के लिए जय भंडारी के अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया गया |वर्ष 2021 -22 व 22 -23 के लिए पंकज कोठारी को अध्यक्ष पद पर मनोनीत किया गया |यह ज्ञातव्य की चुनावी प्रक्रिया ना हो इस हेतु पंकज कोठारी ने पिछले सत्र में भी वर्तमान अध्यक्ष के समर्थन में अपना नाम वापस लिया था और इस चुनाव में भी वोटिंग की नौबत ना आए इस हेतु आगामी कार्यकाल के लिए तैयार हुए | इस प्रकार निर्णायक गण की सूझबूझ से मैत्री ग्रुप में वोटिंग प्रक्रिया को नहीं अपनाया गया और एक स्वस्थ एकता का संदेश दिया गया |मैत्री सदस्यों द्वारा दोनों अध्यक्ष को बधाई व शुभकामनाएं दी |कार्यक्रम के अंत में संचित बाबेल ने सभी का आभार माना |