Connect with us

झाबुआ

जिला प्रशासन ने एफ.आई.आर दर्ज कराई है तो जिला प्रशासन ही उन्हें गिरफ्तार करें ………..पुलिस की इन्वेस्टिगेशन जारी है …………जांच अधिकारी के.सी.सिर्वी

Published

on

झाबुआ – झाबुआ जिले का सबसे प्रसिद्ध खेल सामग्री घोटाला में जहां जिला प्रशासन द्वारा एक और जांच कर कई फर्मो को ब्लैक लिस्टेड कर उनके खिलाफ एफ.आई.आर दर्ज करवाई है वहीं पुलिस अब तक इस चर्चित घोटाले में जांच तक ही सीमित नजर आ रही है । जबकि जहा जांच जिला प्रशासन द्वारा कराने के बाद ही एफ आई आर दर्ज कराइ गई , तो फिर पुलिस की लेटलतीफी समझ से परे …। वही झाबुआ शहर मे ब्लैकलिस्टेड फर्म सूरजमल एंड संस की कार्रवाई को लेकर , पुलिस कोतवाली झाबुआ में जांच अधिकारी के.सी.सिर्वी का कहना है कि जिला प्रशासन ने एफ.आई.आर दर्ज कराई है तो जिला प्रशासन ही उन्हें गिरफ्तार करें …अभी पुलिस की इन्वेस्टिगेशन जारी है ।

जिले की प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओ मे बच्चों के लिए खेल सामग्री खरीदी जाना थी। इसके लिए केन्द्र सरकार द्वारा करीब डेढ करोड की राशि जिले को प्राप्त हुई थी। जैसे ही इसकी जानकारी सप्लायरों को लगी, उन्होंने राजनीतिक प्रभाव ओर प्रशासन पर दबाव बनाते हुए हुए नियमों के विरूद्व स्कूलों मे खेल सामग्री पहुंचा दी। सामग्री भी गुणवत्ता हीन और करीब 700 से ₹1000 की सामग्री के 5000 के बिल भूगतान हेतू प्रेषित किए गए । इसको लेकर शिकायतों का दौर शुरू हुआ और जब बात मुख्यमंत्री तक पहुंची, तब मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए , तब कहीं प्रशासन ने ताबडतोब कार्यवाही करते हुए, स्कूलों से खेल सामग्री जप्त की। जांच समिति गठित की गई ओर जांच के बाद जवाबदार दोषी आधिकारियों को निलंबित किया गया। जिन व्यापारियों ने बिना आदेश के स्कूलों मे सामग्री सप्लाय कि थी, स्कूलों से मिले बिल के आधार पर उन सभी व्यापारियों की फर्म को ब्लेक लिस्टेड कर दिया गया था। लंबे इंतजार के बाद संबंधित फर्म ओर व्यापारियों पर भी पुलिस मे मुकदमा दर्ज करवाया गया। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा सूरजमल एंड संस की हो रही थी, बताया जा रहा है कि खेल सामग्री सप्लाय की शुरूआत इसी फर्म द्वारा की गई थी। जिन फ़र्मों और उनके मालिकों पर एफआईआर दर्ज हुई उनमें, थांदला की फर्म मोनिका जनरल स्टोर के संचालक, मेघनगर की फर्म मधुकर इंटरप्राईजेस के संचालक, मेघनगर की फर्म कटारिया बुक सेंटर, झाबुआ के लोकेन्द्र कटकानी, बामनिया की फर्म अणुश्री सप्लायर्स, पेटलावद की फर्म राजश्री स्टेशनरी, नाकोड़ा स्टेशनरी और झाबुआ की फर्म सुरजमल एंड संस पर धारा 420, 511, ओर 120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। हमने इस चर्चित खेल सामग्री घोटाले को लेकर पुलिस कोतवाली झाबुआ में जांच अधिकारी के.सी.सिरवी से सूरजमल एंड संस पर कार्रवाई को लेकर जानकारी चाहिए तो उन्होंने कहा कि पुलिस अभी विवेचना कर रही है हमने पुनः प्रश्न किया जब जिला प्रशासन ने संपूर्ण जांच करने के बाद ही फर्मों को ब्लैक लिस्टेड करने के आदेश दिए तथा एफ आई आर दर्ज भी जिला प्रशासन ने हीं करवाई है तो फिर संबंधित फर्म पर या उसके मालिक पर नियम अनुसार कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है । तब जांच अधिकारी का कहना था कि जिला प्रशासन ने अगर जांच की है तो जिला प्रशासन ही उन्हें गिरफ्तार कर ले ….पुलिस अभी विवेचना कर रही है । जवाब तो ऐसा प्रतीत होता है कि कहीं ना कहीं जांच को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है संभवत 7 अप्रैल को फर्म सूरजमल एंड संस पर एफ आई आर दर्ज करने के आदेश दिए गए थे । वही 20 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी भी व्यापारी की गिरफ्तारी नहीं हुई है । खेल सामग्री घोटाले मे शामिल व्यापारियों ओर उनकी फर्म के नाम से प्रशासन ने अगल-अलग थानों मे एफआईआर दर्ज करवाई थी। एफआईआर दर्ज होने के बाद अभी पुलिस व्यापारियों के खिलाफ कोई बडी कार्रवाही करे , उससे पहले व्यापारी अग्रिम जमानत करवाने मे जूट गए। मामले मे पुलिस के जांच अधिकारी की भूमिका पर संदेह हो रहा है। चूंकि जिला प्रशासन में संपूर्ण कार्रवाई में पूर्ण रूप से जाच करने के बाद तथा तथ्यों और सामग्री की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए फर्मों को ब्लैक लिस्टेड किया था तथा एफआईआर के आदेश दिए गए थे वही जिले में अब भी 20 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस जांच तक ही सीमित नजर आ रही है ऐसा प्रतीत होता है.। और जिस गति से पुलिस जांच कर रही है उससे ऐसा भी लग रहा है कि ब्लैक लिस्टेड फर्मों को कार्रवाई से बचाने का प्रयास किया जा रहा है ।कहीं ना कहीं. जांच को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है । आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस चर्चित खेल घोटाले में जिला प्रशासन की जांच के बाद पुलिस प्रशासन क्या जांच करती है और क्या कार्रवाई करती है । लेकिन झाबुआ में जांच अधिकारी के.सी.सिर्वी की 20 दिनों की जांच के बाद भी , पुलिस अभी तक विवेचना ही कर रही है । और जवाब दिया जा रहा है कि जिला प्रशासन ही उन्हें गिरफ्तार कर ले…।

देश दुनिया की ताजा खबरे सबसे पहले पाने के लिए लाइक करे प्रादेशिक जन समाचार फेसबुक पेज

प्रादेशिक जन समाचार स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा मंच है यहाँ विभिन्न टीवी चैनेलो और समाचार पत्रों में कार्यरत पत्रकार अपनी प्रमुख खबरे प्रकाशन हेतु प्रेषित करते है।

Advertisement

Subscribe Youtube

Advertisement

सेंसेक्स

Trending

कॉपीराइट © 2021. प्रादेशिक जन समाचार

error: Content is protected !!