जिस पुलिस को शहर में शांति व अमन का संदेश देना चाहिए ,जिस पुलिस को शहर में एकता व मानवता का परिचय देना चाहिए , जिस पुलिस को शहर में शालीनता व सादगी की एक मिसाल बनना चाहिए , उसी पुलिस विभाग के एक महिला आरक्षक द्वारा मोबाइल व्यापारी के यहां पुलिसगिरी का वह तांडव मचाया , अभद्रता और अप शब्दों का चयन किया, धमकी और रोब का आतंक देख कर , दुकान के बाहर खड़ी भीड़ भी उस तांडव को देखकर व्यापारी को बचा न पाई |
प्राप्त जानकारी अनुसार राणापुर में पदस्थ दुर्गेश बैरागी द्वारा झाबुआ शहर के राधा कृष्ण मार्ग स्थित अमन इलेक्ट्रॉनिक की दुकान से एक मोबाइल खरीदा | मोबाइल में कुछ समस्या आने पर महिला आरक्षक द्वारा उस मोबाइल को व्यापारी को बताया कि इस मोबाइल में मेरे कांटेक्ट नहीं दिख रहे और नहीं व्हाट्सएप चल रहा है व्यापारी ने समस्या है काे देखने के लिए मोबाइल को रख लिया |कल रात्रि करीब 8:00 बजे महिला आरक्षक मोबाइल व्यापारी अतिशय देशलेहरा के पास पहुंची , तब अतिशय देशलेहरा ने बताया कि इस मोबाइल में कोई भी समस्या नहीं है तो महिला आरक्षक ने कहा कि मुझे यह मोबाइल नहीं चाहिए मुझे मेरे पैसे वापस कर दीजिए |तब मोबाइल व्यापारी ने कहा कि मोबाइल एक्टिवेट हो चुका है यदि उसमें कोई समस्या होती है तो हम मोबाइल बदल कर दे सकते हैं लेकिन आपको राशि वापस नहीं दे सकते |यह बात सुनते ही महिला आरक्षक दुर्गेश अपना आपा खो बैठी और व्यापारी के काउंटर के अंदर घुसकर उसकी कॉलर पकड़कर उसे मारने का प्रयास किया और झूमा झटकी कि इसी बीच व्यापारी के यहां पदस्थ कर्मचारी द्वारा बीच-बचाव किया गया तो महिला आरक्षक ने भी उनके कॉलर पकड़कर उनहे डराया | महिला आरक्षक द्वारा दुकान में रखा एक कांच का सामान भी फेंक कर मारा ,साथ ही दुकान के कांच को तोड़ने का भी प्रयास किया गया| इन सारी करतूत में महिला आरक्षक के साथ एक और महिला साथ में थी जो संभवत इनकी बहन थी महिला आरक्षक क्रोधित थी महिला आरक्षक ने व्यापारी की दुकान पर अभद्रता की और इस तरह तांडव मचाया की चाह कर भी आसपास के लोग उस व्यापारी को इस तांडव से बचा ना पाए | व्यापारी द्वारा 100 डायल को बुलाया गया तब 100 डायल से आए आरक्षक द्वारा महिला आरक्षक को पकड़ने के बजाय व्यापारी के यहा पदस्थ कर्मचारियों को पकड़ कर ले जा रहे थे तो वहीं पर एक जागरुक व्यक्ति ने इसका विरोध किया | इसके बाद व्यापारी और वहां पदस्थ कर्मचारी द्वारा पुलिस थाने जाकर एक शिकायत आवेदन दिया गया तथा कार्रवाई हेतु निवेदन किया गया |