ऐसे तो नगर पालिका क्षेत्र में बिना कोई परमिशन के कोई भी कार्य नहीं हो सकता चाहे निर्माण संबंधी हो चाहे केबल लाइन डालने के लिए खुदाई संबंधी कार्य हाे |शहर में केबल कंपनी द्वारा कहीं भी अपने कार्य के लिए नगर पालिका क्षेत्र में खुदाई की जा रही है अब तो खोदने वाले हौसले इतने बुलंद हो गए हैं की केबल डालने वाली कंपनी एयरटेल द्वारा केबल लाइन डालने के लिए शहर के क्षेत्र में बिना किसी परमिशन के ही खुदाई कार्य शुरू कर दिया | लेकिन संबंधित नगर पालिका आंखें मूंद कर बैठा है साथ ही वहां पर नाबालिग द्वारा भी काम किया जा रहा था |
विगत दिनों ही जिओ कंपनी द्वारा शहर के राजगढ़ नाके से लेकर किशनपुर क्षेत्र तक केबल डालने के लिए उत्कर्ष सड़क किनारे बनी फुटपाथ को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया गया था और कई जगह तो पेवर्स टूट रहे थे और तीतर बितर हो रहे है |लेकिन आज तक जिम्मेदारों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया | जिससे शासकीय संपत्ति को नुकसान तो हो ही रहा है और आमजन में नगर पालिका के कार्य को लेकर भी आक्रोश है शनिवार सुबह कलेक्टर कार्यालय के पीछे ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग कार्यालय के सामने कलेक्टर निवास के पास बस स्टैंड की ओर जा रहे रास्ते पर एक निजी केबल कंपनी द्वारा केबल लाइन डालने के लिए खुदाई की जा रही थी जो खुदाई की जा रही थी वह रोड से मात्र 1 फीट ही दूर थी खुदाई कार्य एयरटेल कंपनी लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है जब वहां पर कार्यरत श्रमिक से से इस बारे में पूछा गया कि खुदाई के लिए परमिशन ली है या नहीं तो मजदूरों ने अनभिज्ञता जाहिर |तब उपस्थित श्रमिक ने ठेकेदार को फोन लगा कर जब हमारी टीम से बात कराई और और टीम ने पूछा कि खुदाई के लिए परमीशन ला या नही तो उसने कहा कि नगर पालिका में आवेदन दिया है लेकिन अभी तक परमिशन प्राप्त नहीं हुई है |देखिए शहर में एक तरफ तो किसी भी कार्य करने के लिए नियम कायदों की भरमार होती है लेकिन इस तरह बिना किसी परमिशन के इन केबल कंपनी की दादागिरी और हठधर्मिता से. बिना परमिशन के खुदाई की जा रही है जबकि खुदाई कर रहे क्षेत्र से नगरपालिका कार्यालय मात्र सौ कदम की दूरी पर ही है साथ ही साथ अधिकारी व कर्मचारी को इस रास्ते से आवागमन भी है लेकिन फिर भी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी आंखें मूंद कर बैठे हैं और एयरटेल कंपनी द्वारा केबल डालने के लिए बिना परमिशन के ही शहर के एक हिस्से को खोदा जा रहा है इस खुदाई कार्य में केबल कंपनी द्वारा नाबालिक बच्चों से भी काम करवाया जा रहा था जिन बच्चों की उम्र पढ़ने-लिखने की है वहां केबल कंपनी नाबालिगों से काम करवा रहे हैं कहीं न कही विभाग में अधिकारी या कर्मचारी की मिलीभगत से ही यह संभव है क्या जिले में बैठे अधिकारी कर्मचारी इस और ध्यान देंगे यह केबल कंपनियों मनमानी कर शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाती रहेगी |