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झाबुआ

किसानों के कर्ज माफी के नाम पर केवल नाटकबाजी की कांग्रेस सरकार ने-गुमानसिंह डामोर ….

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समय पास करके आचार संहिता की राह देख रही थी सरकार-ओमप्रकाष शर्मा
कांग्रेस सरकार का फरेब उजागर हुआ ।

झाबुआ । कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के पहले अपने वचन पत्र में किसानों का 2 लाख तक का कर्ज माफ करने का वादा किया था, जो आज तक पूरा नहीं हो पाया है। कांग्रेस ने यह वादा सिर्फ प्रदेश के किसानों को बरगलाने के लिए किया था, वास्तव में उनकी कर्जमाफी की मंशा ही नहीं थी। सरकार के पास पूरा रिकार्ड होता है। यदि कांग्रेस सरकार की मंशा कर्जमाफी की होती, तो ये नीले, पीले, लाल, हरे फार्म नहीं भरवाती। ये कर्जदार किसानों के नाम बैंकों से मंगाकर कर्जा माफ कर देते। लेकिन ये सिर्फ लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने का इंतजार कर रहे थे, ताकि कर्जमाफी से बचा जा सके। यह बात पार्टी के क्षेत्रीय विधायक गुमानसिंह डामोर एवं जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने संयुक्त रूप से कहीं ।
मोदी जी ने जगाया विश्वास का भाव
विधायक गुमानसिंह डामोर ने कहा कि देश में कांग्रेस की सरकार के दौरान रोज भ्रष्टाचार का नया मामला सामने आता था, जिससे देश बदनाम हो गया था। लेकिन मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद लोगों में देश की दशा और दिशा बदलने का विश्वास जगाया। मोदी जी के सत्ता में आने के बाद देश का बच्चा-बच्चा गौरवान्वित महसूस करता है। भारत आज उन देशों में शामिल हो गया है, जो अपने सैनिकों की शहादत का बदला दुश्मन के घर में घुसकर लेता है। उन्होंने कहा कि पहले पाकिस्तान से गोली चलने पर दिल्ली से अनुमति लेना पड़ती थी। लेकिन आज हमें गर्व होता है कि पाकिस्तान एक गोली चलाता है, तो हम गोलियां नहीं गिनते।
गर्व नहीं कर सकते, तो सबूत मत मांगिए
विधायक गुमानसिंह डामोर ने कहा कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि हमारी वायुसेना जब एयर स्ट्राइक करके हमारे जवानों की शहादत का बदला लेती है, तो विपक्ष के नेता कहते हैं कि सबूत चाहिए। हमारी सेना यदि कोई कारनामा करे, वीरता का प्रदर्शन करे, तो हमें उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होना चाहिए न कि उसके शौर्य का सबूत मांगना चाहिए। विधायक कहा कि धिक्कार है कांग्रेसियो तुम पर, सेना पर गर्व नहीं कर सकते तो कम से कम सबूत मांगने का दुस्साहस न करें।
पहले कभी नहीं हुआ इतना विकास
विधायक झाबुआ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पौने पांच सालों में देश में जितना विकास हुआ है, पहले किसी सरकार ने नहीं किए। आजाद भारत के 70 सालों में से 56 साल कांग्रेस की सरकार रही है। कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया और गरीबों को ही हटा दिया। देश में गरीबों के लिए जितनी योजनाएं मोदी सरकार के समय बनी हैं, पहले कभी बनी। उन्होंने कहा कि यदि आज प्रधानमंत्री मोदी की सरकार नहीं होती तो गरीबों को आवास योजना का लाभ न मिला होता। माताओं-बहनों को धुएं से मुक्ति नहीं मिली पाती। निर्धन गरीबों का मुफ्त इलाज संभव नहीं हो पाता।
किसानों के पेट पर लात मत मारो
विधायक गुमानसिंह डामोर एवं जिला भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा के अनुसार आजाद भारत में पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री किसान समृद्धि योजना के माध्यम से प्रत्येक किसान को 6 हजार रूपए डालने का काम किया था, परंतु प्रदेश सरकार ने केंद्र को किसानों की सूची नहीं भेजी, इसलिए प्रदेश के किसानों के पैसे अटक गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ किसानों के पेट पर लात मत मारो, अगर किसान खड़ा हो गया तो तुम्हारा नामो निशान मिट जायेगा।
बदला ले रही कांग्रेस सरकार
कांग्रेस सरकार प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं से चुन-चुन कर बदला ले रही है। उन पर झूठे मामले दर्ज हो रहे हैं और उनकी हत्याएं की जा रही है। कमलनाथ सरकार कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कर यह न सोचे कि हमारा कार्यकर्ता घर बैठ जाएगा। हमारा कार्यकर्ता माताओं-बहनों तथा किसानों के सम्मान और भारत माता के गौरव के लिए काम करने वाला है। यह सरकार के दबाव में डरने वाला नहीं है। हम न डरेंगे और न पीछे हटेंगे। हम किसानों, माताओं-बहनों, युवाओं, गरीबों की विजय के लिए आगे बढ़ेंगे।
हमें देश को जिताना होगा
उन्होने कहा कि कांग्रेस के भीतर डर है कि मोदी जी फिर से प्रधानमंत्री न बन जाएं। इसीलिए सारे विपक्षी दल, सारे भ्रष्टाचारी एक हो रहे हैं। विधायक श्री डामोर ने आगे कहा कि यह चुनाव केवल भाजपा और महागठबंधन के बीच का नहीं है, बल्कि यह चुनाव देश की जीत या हार का चुनाव है। समग्र जनता संकल्प ले कि हमें देश को जिताना है, जिससे भ्रष्टाचार मुक्त भारत का निर्माण हो सके। देश को जिताने का मतलब होगा देश में विकास की गंगा बहाना, देश का सर्वांगीण विकास करना, भारत की सीमाओं को सुरक्षित बनाना और भारत को विश्व में सबसे शक्तिशाली देश बनाना।
आचार संहिता से चार घंटे पहले ही भेज दिए मैसेज –
विधायक गुमानसिंह डामोर के अनुसार गा्रम पिलिया खांदन के एक आदिवासी किसान को ऋणमुक्ति का प्रमाणपत्र जारी किया गया था उसकी ऋणमाफी होने की बजाय उसे बैंक से नोटिस मिल गया है। ऐसे पूरे अंचल में एक नही दर्जनों प्रकरण हुए है । कांग्रेस की कमलनाथ सरकार की किसानों की ऋणमुक्ति योजना पर जिला भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि कर्जमाफी से बचने के लिए कांग्रेस सरकार आचार संहिता लगने का इतनी बेसब्री से इंतजार कर रही थी कि रविवार को आचार संहिता लगने से चार घण्टे पहले ही किसानों के मोबाइल पर कर्जमाफी तीन महीने के लिए टलने के मुख्यमंत्री कमलनाथ के मैसेज पहुँचने लगे। उन्होंने पूछा कि क्या कमलनाथ सरकार अंतर्यामी है, जिससे आचार संहिता लगने के 4 घंटे पहले ही जानकारी मिल गई थी। उन्होने कहा कि काँग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने 10 दिनों में प्रदेश के सभी किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ करने की घोषणा की थी। लेकिन कोई भी किसान 2 लाख की कर्जमाफी का प्रमाण पत्र नही दिखापासा है। उन्होंने कहा कि आज किसान ठगा हुआ महसूस कर रहा है। किसान इस बात से भी गुस्से में है कि उसने झूठे वादों में आकर गरीबों के हित में काम करने वाली भाजपा सरकार को अल्पमतों से हटा दिया।
राहुल बताएं कितने मुख्यमंत्री बदलेः
विधायक गुमानसिंह डामोर कहा कि कर्जमाफी का कॉंग्रेस ने सिर्फ ढिंढोरा पीटा। 40 हजार के कर्ज को 4 लाख ओर 50 हजार के कर्ज को 5 लाख दिखाकर गुलाबी फार्म भराया और कर्ज को विवादास्पद बना दिया। उन्होंने आम जन पूछा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल ने कहा था कि 10 दिनों कर्ज माफी नहीं हुई तो मुख्यमंत्री बदल देंगे, अब 70 दिन से ऊपर हो चुके हैं, राहुल गांधी बताएं कि उन्होंने कितने मुख्यमंत्री बदले। डॉ. मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ सरकार अब युवाओं को पशु चराने और बेंड बजाने की ट्रेनिंग दे रही है, जो युवाओं के साथ मजाक है। कमलनाथ सरकार को प्रदेश का युवा निश्चित समय में करारा जवाब देगा। उन्होंने कहा कि चुनाव का बिगुल बज चुका है। ऐसे में कार्यकर्ता प्राणप्रण से जुट जाएं, तो विधानसभा चुनाव की कसर भी निकल जायेगी।किसानों के कर्ज माफी के नाम पर केवल नाटकबाजी की कांग्रेस सरकार ने-गुमानसिंह डामोर ….
समय पास करके आचार संहिता की राह देख रही थी सरकार-ओमप्रकाष शर्मा
कांग्रेस सरकार का फरेब उजागर हुआ ।

झाबुआ । कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के पहले अपने वचन पत्र में किसानों का 2 लाख तक का कर्ज माफ करने का वादा किया था, जो आज तक पूरा नहीं हो पाया है। कांग्रेस ने यह वादा सिर्फ प्रदेश के किसानों को बरगलाने के लिए किया था, वास्तव में उनकी कर्जमाफी की मंशा ही नहीं थी। सरकार के पास पूरा रिकार्ड होता है। यदि कांग्रेस सरकार की मंशा कर्जमाफी की होती, तो ये नीले, पीले, लाल, हरे फार्म नहीं भरवाती। ये कर्जदार किसानों के नाम बैंकों से मंगाकर कर्जा माफ कर देते। लेकिन ये सिर्फ लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने का इंतजार कर रहे थे, ताकि कर्जमाफी से बचा जा सके। यह बात पार्टी के क्षेत्रीय विधायक गुमानसिंह डामोर एवं जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने संयुक्त रूप से कहीं ।
मोदी जी ने जगाया विश्वास का भाव
विधायक गुमानसिंह डामोर ने कहा कि देश में कांग्रेस की सरकार के दौरान रोज भ्रष्टाचार का नया मामला सामने आता था, जिससे देश बदनाम हो गया था। लेकिन मोदी जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद लोगों में देश की दशा और दिशा बदलने का विश्वास जगाया। मोदी जी के सत्ता में आने के बाद देश का बच्चा-बच्चा गौरवान्वित महसूस करता है। भारत आज उन देशों में शामिल हो गया है, जो अपने सैनिकों की शहादत का बदला दुश्मन के घर में घुसकर लेता है। उन्होंने कहा कि पहले पाकिस्तान से गोली चलने पर दिल्ली से अनुमति लेना पड़ती थी। लेकिन आज हमें गर्व होता है कि पाकिस्तान एक गोली चलाता है, तो हम गोलियां नहीं गिनते।
गर्व नहीं कर सकते, तो सबूत मत मांगिए
विधायक गुमानसिंह डामोर ने कहा कि यह हमारा दुर्भाग्य है कि हमारी वायुसेना जब एयर स्ट्राइक करके हमारे जवानों की शहादत का बदला लेती है, तो विपक्ष के नेता कहते हैं कि सबूत चाहिए। हमारी सेना यदि कोई कारनामा करे, वीरता का प्रदर्शन करे, तो हमें उसके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होना चाहिए न कि उसके शौर्य का सबूत मांगना चाहिए। विधायक कहा कि धिक्कार है कांग्रेसियो तुम पर, सेना पर गर्व नहीं कर सकते तो कम से कम सबूत मांगने का दुस्साहस न करें।
पहले कभी नहीं हुआ इतना विकास
विधायक झाबुआ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पौने पांच सालों में देश में जितना विकास हुआ है, पहले किसी सरकार ने नहीं किए। आजाद भारत के 70 सालों में से 56 साल कांग्रेस की सरकार रही है। कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया और गरीबों को ही हटा दिया। देश में गरीबों के लिए जितनी योजनाएं मोदी सरकार के समय बनी हैं, पहले कभी बनी। उन्होंने कहा कि यदि आज प्रधानमंत्री मोदी की सरकार नहीं होती तो गरीबों को आवास योजना का लाभ न मिला होता। माताओं-बहनों को धुएं से मुक्ति नहीं मिली पाती। निर्धन गरीबों का मुफ्त इलाज संभव नहीं हो पाता।
किसानों के पेट पर लात मत मारो
विधायक गुमानसिंह डामोर एवं जिला भाजपा अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा के अनुसार आजाद भारत में पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री किसान समृद्धि योजना के माध्यम से प्रत्येक किसान को 6 हजार रूपए डालने का काम किया था, परंतु प्रदेश सरकार ने केंद्र को किसानों की सूची नहीं भेजी, इसलिए प्रदेश के किसानों के पैसे अटक गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ किसानों के पेट पर लात मत मारो, अगर किसान खड़ा हो गया तो तुम्हारा नामो निशान मिट जायेगा।
बदला ले रही कांग्रेस सरकार
कांग्रेस सरकार प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं से चुन-चुन कर बदला ले रही है। उन पर झूठे मामले दर्ज हो रहे हैं और उनकी हत्याएं की जा रही है। कमलनाथ सरकार कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कर यह न सोचे कि हमारा कार्यकर्ता घर बैठ जाएगा। हमारा कार्यकर्ता माताओं-बहनों तथा किसानों के सम्मान और भारत माता के गौरव के लिए काम करने वाला है। यह सरकार के दबाव में डरने वाला नहीं है। हम न डरेंगे और न पीछे हटेंगे। हम किसानों, माताओं-बहनों, युवाओं, गरीबों की विजय के लिए आगे बढ़ेंगे।
हमें देश को जिताना होगा
उन्होने कहा कि कांग्रेस के भीतर डर है कि मोदी जी फिर से प्रधानमंत्री न बन जाएं। इसीलिए सारे विपक्षी दल, सारे भ्रष्टाचारी एक हो रहे हैं। विधायक श्री डामोर ने आगे कहा कि यह चुनाव केवल भाजपा और महागठबंधन के बीच का नहीं है, बल्कि यह चुनाव देश की जीत या हार का चुनाव है। समग्र जनता संकल्प ले कि हमें देश को जिताना है, जिससे भ्रष्टाचार मुक्त भारत का निर्माण हो सके। देश को जिताने का मतलब होगा देश में विकास की गंगा बहाना, देश का सर्वांगीण विकास करना, भारत की सीमाओं को सुरक्षित बनाना और भारत को विश्व में सबसे शक्तिशाली देश बनाना।
आचार संहिता से चार घंटे पहले ही भेज दिए मैसेज –
विधायक गुमानसिंह डामोर के अनुसार गा्रम पिलिया खांदन के एक आदिवासी किसान को ऋणमुक्ति का प्रमाणपत्र जारी किया गया था उसकी ऋणमाफी होने की बजाय उसे बैंक से नोटिस मिल गया है। ऐसे पूरे अंचल में एक नही दर्जनों प्रकरण हुए है । कांग्रेस की कमलनाथ सरकार की किसानों की ऋणमुक्ति योजना पर जिला भाजपा अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि कर्जमाफी से बचने के लिए कांग्रेस सरकार आचार संहिता लगने का इतनी बेसब्री से इंतजार कर रही थी कि रविवार को आचार संहिता लगने से चार घण्टे पहले ही किसानों के मोबाइल पर कर्जमाफी तीन महीने के लिए टलने के मुख्यमंत्री कमलनाथ के मैसेज पहुँचने लगे। उन्होंने पूछा कि क्या कमलनाथ सरकार अंतर्यामी है, जिससे आचार संहिता लगने के 4 घंटे पहले ही जानकारी मिल गई थी। उन्होने कहा कि काँग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी ने 10 दिनों में प्रदेश के सभी किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ करने की घोषणा की थी। लेकिन कोई भी किसान 2 लाख की कर्जमाफी का प्रमाण पत्र नही दिखापासा है। उन्होंने कहा कि आज किसान ठगा हुआ महसूस कर रहा है। किसान इस बात से भी गुस्से में है कि उसने झूठे वादों में आकर गरीबों के हित में काम करने वाली भाजपा सरकार को अल्पमतों से हटा दिया।
राहुल बताएं कितने मुख्यमंत्री बदलेः
विधायक गुमानसिंह डामोर कहा कि कर्जमाफी का कॉंग्रेस ने सिर्फ ढिंढोरा पीटा। 40 हजार के कर्ज को 4 लाख ओर 50 हजार के कर्ज को 5 लाख दिखाकर गुलाबी फार्म भराया और कर्ज को विवादास्पद बना दिया। उन्होंने आम जन पूछा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल ने कहा था कि 10 दिनों कर्ज माफी नहीं हुई तो मुख्यमंत्री बदल देंगे, अब 70 दिन से ऊपर हो चुके हैं, राहुल गांधी बताएं कि उन्होंने कितने मुख्यमंत्री बदले। डॉ. मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ सरकार अब युवाओं को पशु चराने और बेंड बजाने की ट्रेनिंग दे रही है, जो युवाओं के साथ मजाक है। कमलनाथ सरकार को प्रदेश का युवा निश्चित समय में करारा जवाब देगा। उन्होंने कहा कि चुनाव का बिगुल बज चुका है। ऐसे में कार्यकर्ता प्राणप्रण से जुट जाएं, तो विधानसभा चुनाव की कसर भी निकल जायेगी।

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