रतलाम 29 जुलाई 2021/ जिले में कृषि के क्षेत्र में नवाचार कर कृषकों को आधुनिक संसाधनों से संबंद्ध किया जा रहा है। कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम के निर्देशन में जिले के कृषि विभाग द्वारा नवाचार करते हुए प्रचार-प्रसार हेतु “आधुनिक खेती की ओर रतलाम” के नाम से यूट्यूब चैनल तैयार किया गया है।
इस चैनल के माध्यम से सोयाबीन की ग्रेडिंग, बीज उपचार, रेडबेड एवं मेड नाली पद्धति से बुवाई के संबंध में संदेश जारी किए गए हैं। किसान मित्र, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से उक्त चैनल में अपलोड वीडियो के एसएमएस के माध्यम से जिले के 40 हजार कृषकों को लिंक भेज कर अधिक से अधिक किसानों में प्रचार -प्रसार किए जाने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि जिले का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 4 लाख 86 हजार हेक्टेयर है जिसमें निरा फसली क्षेत्र 3 लाख 40 हजार 781 हेक्टेयर रकबा है। जिले में खरीफ सीजन 3 लाख 17 हजार 780 एवं रबी का 2 लाख 80 हजार 000 हैक्टेयर रकबा है। जिले में वन क्षेत्र 34 हजार 325 हैक्टयर, पड़त भूमि 2 हजार 286 हैक्टेयर एवं अकृषि योग्य भूमि 85 हजार 071 हैक्टेयर है, जो कि पड़त भूमि में शामिल नहीं हैं। जिले में सीमांत, लघु, मध्यम एवं बड़े कृषकों की जोत के आधार पर कुल संख्या 1 लाख 96 हजार 494 है।
एकीकृत बागवानी मिशन में फल, सब्जी एवं मसाला क्षेत्र विस्तार कार्यक्रम के लिए पहल
रतलाम कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम के निर्देशन में रतलाम जिले में उद्यानिकी विभाग के माध्यम से एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत फल क्षेत्र, सब्जी क्षेत्र, मसाला क्षेत्र, जैविक खेती एवं संरक्षित खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है । विभाग के माध्यम से इन योजनाओं के तहत प्राप्त आवेदनों पर कार्रवाई की जा रही है।
एकीकृत बागवानी विकास मिशन के अंतर्गत फल क्षेत्र विस्तार कार्यक्रम में अंगूर के लिए 9, अंजीर के लिए 3, ड्रैगन फ्रूट के लिए 3, स्ट्रॉबेरी के लिए 5, सब्जी क्षेत्र विस्तार कार्यक्रम के लिए 27, मसाला क्षेत्र विस्तार कार्यक्रम के लिए 54, जैविक खेती वर्मी खाद इकाई के लिए 18 तथा संरक्षित खेती प्लास्टिक मल्चिंग के लिए 5 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इन आवेदनों पर कार्यवाही करते हुए बागवानी विकास मिशन योजना से कृषकों को जोड़ा जा रहा है।
जिले में 70 हजार से अधिक पशुओं का उपचार किया गयारतलाम जिले में प्रचलित वार्षिक लक्ष्य के तहत पशुपालन विभाग द्वारा पशुओं का उपचार किया जा रहा है। विभागीय जानकारी के अनुसार जिले में इस वर्ष अब तक 70412 पशुओं का उपचार किया गया । 6746 बधियाकरण, 11256 कृत्रिम गर्भाधान , 4698 कृत्रिम गर्भाधान वत्सोत्पादन, 4753 प्राकृतिक गर्भाधान, 3101 वत्सोत्पादन किया गया।
राष्ट्रीय पशु टीकाकरण कार्यक्रम में 455 824 का टीकाकरण ,राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम में 41124की उपलब्धि प्राप्त की गई। योजनाओं के तहत आचार्य विद्यासागर गोसंवर्धन योजना में 6, बकरी इकाई योजना में 6, मुर्रा पाड़ा योजना में 6, कड़कनाथ चूजा प्रदाय योजना में 10, बैकयार्ड कुटकुट इकाई प्रदाय योजना में 60, पशु बीमा योजना में 1245, पशुपालन केसीसी में 1429 हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा चुका है।