झाबुआ से राजेंद्र सोनी की रिपोर्ट
पेंशनर दिवस पर पांच वृद्धजनों का किया सम्मान
संगठन की वार्षिक प्रगति की जानकारी दी गई
झाबुआ । जिला पेंशनर एसोसिएान द्वारा शुक्रवार को थांदला गेट स्थित एकलव्य भवन जिला पेंशनर कार्यालय पर पेंशनर दिवस का आयोजन करके 75 वष से अधिक आयु के पेंशनरों का शाल श्रीफल एवं पुषपमालाओं से स्वागत किया गया । जिला पेंशनर एसोसिएशन के प्रचार सचिव राजेन्द्रकुमार सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण,कर पूजन कर दीप प्रज्वलित किया गया तत्पचात गोपालिंसह चौहान द्वारा ’’ ऐ शारदे मां, अज्ञनता से हमे तार दे’’ सरस्वती वंदना प्रस्तुत की । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में संगठन के सरंक्षक डा. केके त्रिवेदी, विा अतिथि डा. लोकेन्द्रसिंह राठौर के अलावा संगठन के जिला अध्यक्ष रतनसिंह राठौर,एमसी गुप्ता, मुन्नीदेवी वाजपेयी, संजीवनी क्रेडिट सोसायटी के एरीया मेनेजर ौलेन्द्र माहेवरी के पेटलावद शाखा संगठन अध्यक्ष एनएल रावल,सचिव सुभा दुबे मंचासीन रहे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डा. केके त्रिवेदी ने पेंशनरों को कहा कि आज इस अवसर पर हमने बुढो का स्वागत नही किया है क्योकि जिसके पास निराशा, हताशा, के अलावा कुछ नही होता वही बुढा होता है ।मनुषय बालवस्था, किशोरावस्था, अधेडावस्था ,वृद्धावस्था तक की जो मंजीले तय करता है वह उसके प्रारंभ से अन्त तक का विकास होता है।यह हमारी सफलता है और सफलता के साथ जीवन मे अच्छे, बुरे, सभी प्रकार के अनुभव अर्जित होते है। हम सेवा निवृत नही माने क्यो कि सेवा की कभी भी निवृत्ति नही होती है, यह शासकीय दायित्वों से निवृत्ति होती है । हम इसके बाद आजाद एवं स्वच्छंएवं मन के मालिक होते है । हमारा सेवा कार्य तो सतत चलते रहना चाहिये । वृद्ध ही हमेा समाज मे सम्मानित होता है । आज जीवन पर्यन्त जो उपलब्धियां हांसील की है उसका सम्मान है । हम आर्थिक रूप से संपन्न है तथा हमने जीवन मे अपने पारिविरिक दायित्वों को पूरा किया है। वृद्ध न केवल वयोवृद्ध होता है किन्तु वह अनुभवबद्ध होता है ।हमे जीवन मे सफलता की नही सुफलता की बात करना चाहिये। श्री त्रिवेदी ने आगे कहा कि पूर्व सरकारों से 6 ठवे वेतनमान, 7 वें वेतनमान के एरियर की मांग की जाती रही किन्तु हमे नही मिल पाया है । अब समय आगया है 6 माह के बाद हमें आसन्न चुनावों के लिये एक जूट होकर तैयारी करना है आ ैर हमारी ये मांगे भी पूरी होना संभव है । श्री त्रिवेदी ने कहा कि सफलता जीवन में महत्वपूर्ण होती है अपनी उम्र से भयभीत नही होवे तथा आनन्द के सपनों को संजोये । उन्होने कहा कि पेड पौधों व पा पक्षियों से बार बार प्रेरणा लेना चाहिये। एक बीज अंकुरित होकर पौधे से वृक्ष बनता है, उस पर फुल आते है व बाद मे फल आने पर झुकजाता है और परहित के लिये अपने फलों को देता रहता है। दूसरों को बांटने -देने मे प्रसन्नता व्यक्त करना चाहिये । उन्होने कहा कि वृद्ध वही है जो पूरी तरह से धर्म के प्रति समर्पित हो जब भी बोले सामने वालें को खुाया देवे उन्हे आवस्त करता रहे यही सच्चा धर्महै । आपकी जीवन यात्रा यशपूर्ण हो धार्मिक, धवनि,ध्यानि एवं समाजसेवा में समर्पित रहे व यशस्वी जीवन पूर्ण कर अलविदा हो ।
इस अवसर पर डा. एलएस राठौ रे ने भी अपने संक्षिप्त उदबोधन में 75 र्वा से अधिक आय्रु के पेंशनरों को दीर्घायु होने की कामना करते हुए पेंशनरों एकजूट होकर अपनी मांगों को उठाने का आव्हान किया । सभी पेंशनरों को पेटलावद, थांदला की तरह संगठन के साथ जुडने की अपील करते हुए समय निकाल कर संगठन को मजबुत बनाने केलिये भूमिका निर्वाह की बात कही ।
जिला पेंनर संघ के अध्यक्ष रतनसिंह राठौर ने र्वाषिक प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए पेंशनरों के एरीयर की राशी नही मिलने को लेकर संगठन द्वारा किये गये प्रयासों का जिक्र किया दिग्विजयसिंह सरकार के समय के 19 माह के एरीयर, 6 ठे एवं 7 वे वेतमनमान के 32 माह के एरीयर तथा 27 माह के एरीयर भुगतान के लिये की गई कार्यवाही का जिक्र करते हुए मेडिकल अलाउंस 1000 रुपये प्रतिमाह केमान से दिये जाने तथा प्रदे के पूर्व वित्तमंत्री की घोणा के अनुसार पेंनरों की मृत्यु पर 50 हजार अनुग्रह राा के भुगतान की मांग को दुहराया ।उन्होने पेंनरों से र्वााक शुल्क एवं आजीवन सदस्यता राशी जमा करा कर संगठन को मजबुती प्रदान करने का आग्रह किया । उन्होने कहा कि 75 र्वा के पेंशनरों का सम्मान करके हम गौरवान्वित है। श्री राठौर ने कहा कि माह जनवरी से नगर के सभी 18 वार्डों में जो पेंनर सदस्य नही बने है उन्हे सदस्य बनाने का अभियान चलाया जावेगा । न्यूनतम पेंनर राा 7750 की घोणा के बाद भी पिछली सरकार द्वारा आदे जारी नही करने के बारे में भी उन्होने कहा कि इसके लिये हम सतत प्रयास करेगें ।
इस अवसर पर पेटलावद शाखा के अध्यक्ष एनएल रावल ने भी अपने विचार व्यक्त किये । मुख्य अतिथि एवं अतिथियों द्वारा 75 र्वष की आयु से अधिक पेंशनर रूपसिंह हटिला, मणीलाल पांचाल, गोपालसिंह चौहान, आनन्दीलाल भानपुरिया, एवं अब्दूल,मजिद शेख का शाल श्रीफल से सम्मान कर उनके दीर्घायु होने की मंगल कामना की गई ।
इस अवसर परसंजीवनी क्रडिट सोसायटी के रीजनल मेनेजर शैलेन्द्र माहेवरी एवं शैले साहू नेउनके द्वारा राजगढ नाका पर संचालित क्रेडिट सोसायटी के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा प्रेत्यक पेंशनर को नवर्वष के केलेण्डरों का वितरण किया ।
पेंशनर दिवस पर बडी संख्या में पेंनरों की उपस्थित रही ।श्रीमती कृषणाचौहान, कुंता सोनी, सुशीला भट्ट, तिलोत्तमा सुसालदे, अनिला बैस,रूकमणी वर्मा, कुंवरबेन परमार ,बाल मुकुन्दसिंह चौहान, रूपसिंह खपेड सहित बडी संख्या में पेंशनर उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन सचिव सुभा दुबे ने किया तथा आभार श्रीनाथसिंह चौहान ने माना ।