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झाबुआ

झाबुआ में रसोई गैस की किल्लत से उपभोक्ता परेशान=====!!!!!!!!!! उज्जवला योजना के हितग्राही भी  समय पर गैस टंकी नहीं मिलने से परेशान                                         

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कर्मचारियों की मिली भगत से हो रही कालाबाजारी

झाबुआ। नगर में पिछले 15-20 दिनों से रसोई गैस की भारी किल्लत बनी हुई है। जिला थोक उपभोक्ता सहकारी गैस एजेंसी से उपभोक्ताओं को नियमित रूप से रसोई गैस सिलेंडरों की आपूर्ति न होने से उन्हें ब्लैक में मंहगी दरों पर रसोई गैस सिलेंडर खरीदने पड़ रहे हैं। उपभोक्ताओं को दो गुना से अधिक कीमत रसोई गैस सिलेंडरों की चुकानी पड़ रही है। स्थानीय लोगों ने रोष व्यक्त करते हुए जिला प्रशासन से मांग की है कि एजेंसी पर बरती जा रही अनियमितताओं की जांच करने के साथ ही उपभोक्ताओं को रसोई गैस की आपूर्ति सुचारु कराये। साथ ही शहर में उज्जवला योजना के तहत हितग्राहियों को भी गैस टंकी घर पहुंच सेवा प्राप्त नहीं हो रही है और गैस गोडाउन पर जाने पर पुनः नंबर लगाकर टंकी प्रदाय की जा रही है
नगर में वैसे तो पिछले एक माह से गैस एजेंसी द्वारा उपभोक्ताओं को रसोई गैस सिलेंडरों की नियमित रूप से आपूर्ति नहीं हो पा रही है। जिससे उपभोक्ताओं को रसोई गैस सिलेंडर नहीं मिल पा रहे हैं। 10-15 दिन पूर्व की बुकिंग होने के बावजूद उपभोक्ताओं को वितरण केंद्र से लेकर एजेंसी के चक्कर काटने पड़ रहे हैं, लेकिन उपभोक्ताओं को रसोई गैस के सिलेंडर नहीं मिल पा रहे हैं। उपभोक्ता रमेष डामोर, युनुस शेख, विजय चौहान, सुनील बारिया, राधिका सोनी, कौष्लया देवी, अनीता सिगाडिया, मुकेश भरिया आदि ने आरोप लगाया कि एजेंसी के कर्मचारी की मिलीभगत से उपभोक्ताओं को समय पर गैस नहीं मिलती। जिससे आम उपभोक्ताओं को रसोई गैस के सिलेंडर नहीं मिल पाते। मजबूर होकर उपभोक्ताओं को रसोई गैस सिलेंडरों की आपूर्ति कालाबाजारी करने वालों से करनी पड़ती है। जिसके लिए उन्हे एक सिलेंडर के लिए दो गुना से लेकर ढाई गुना अधिक कीमत चुकानी पड़ती है। उपभोक्ताओं ने एजेंसी के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि एजेंसी नियमित रूप से रसोई गैस सिलेंडरों की आपूर्ति सुचारु करे, अन्यथा उपभोक्ताओं द्वारा एजेंसी में बरती जा रही अनियमितताओं की उच्च स्तरीय जांच के लिए षासन-प्रषासन को ज्ञापन सौपा जायेगा। इस मामले में थोक भंडार के प्रबंधक से उनका पक्ष जानने के लिए सेलफोन से संपर्क किया गया लेकिन नही हो सका।
हॉटलो और शादियों में घरेलु गैस
नगर में पिछले एक माह से अधिक समय से गैस उपभोक्ता गैस सिलेंडरों की किल्लत का सामना करना पड रहा है। उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर उपलब्ध नही हो पा रहे है, वही नगर की कई हॉटलो और षादी आदि समारोह के आयोजनों में घरेलु गैस का जमकर उपयोग हो रहा है। इसकी पुष्टि प्रषासनिक अमला नगर में होने वाले आयोजन स्थलों पर आसानी से देख सकता है, जबकी पूर्व में षादी, पार्टी आदि समारोह में घरेलु गैस के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया था और प्रषासन द्वारा ऐसे आयोजन स्थलों पर पहुंचकर घरेलु गैस टंकिया जप्त भी की गई थी और ऐसे आयोजनों के लिए व्यवसायिक गैस सिलेंडर के उपयोग करने की बात कही गई थी लेकिन प्रषासन के उन आदेषों का काफी समय से पालन नही हो रहा है। दुसरी तरफ कई षिकायतों के बाद हालही में प्रषासनिक अमले ने नगर की कुछ हॉटलों पर कार्यवाही करते हुए घरेलु गैस के सिलेंडर जप्त किये, लेकिन एक दिन चले अभियान के बाद प्रषासनिक अमले ने फिर मुडकर नही देखा, जिसके कारण नगर में अभी भी कई हॉटलों पर घरेलु गैस का उपयोग होते आसानी से देखा जा सकता है।
उज्जवला योजना के तहत हितग्राही भी परेशान. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब वर्ग के लिए उज्जवला योजना इस उद्देश्य से प्रारंभ की कि उन्हें चूल्हे जलाने से और धुए से मुक्ति मिल सके |लेकिन उज्जवला योजना के प्रारंभ होने के बाद अब हितग्राही पुन टंकी के लिए परेशान होना पड़ रहा है शहर के कई हितग्राही ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि गैस टंकी का ऑनलाइन नंबर लगाने के बाद व मैसेज आने के दो-तीन दिन बाद गैैस टंकी घर नहीं पहुंचती है तब हम टंकी लेने गैस गोडाउन जाते हैं तो वहां पर कर्मचारियों द्वारा कहा जाता है कि आप की टंकी आकर चली गई ,अब आपको पुनः नंबर लगाना पड़ेगा | और इस तरह एक बार उनके मोबाइल से पुनः नंबर लगाकर उन्हें टंकी प्रदान की जा रही है एक बार नंबर लाने लगाने के बाद उन्हें यह टंकी दी जाना चाहिए | लेकिन इन हितग्राहियों की गैस टंकी को संभवत बाजारों में बेचकर कालाबाजारी की जा रही है अन्यथा एक बार नंबर लगाने के बाद टंकी प्रदाय की जाना चाहिये | यह भी कहना है कि हमें हर बार गैस की टंकी लेने के लिए गैस गोडाउन जाना पड़ता है जिससे हमें आवागमन का अतिरिक्त खर्च होता है जबकि नियम अनुसार गैस की टंकी घर पहुंच सेवा प्रदाय की जाना चाहिए | इस तरह उज्जवला योजना के तहत हितग्राही अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं |
कहा से आते है गैस सिलेंडर
गैस किल्लत के मामले को प्रकाश में आने के बाद प्रशासन स्तर पर कार्यवाही भी होगी, लेकिन कार्यवाही करने वाले अमले ने आज तक यह जानकारी संबंधीत से प्राप्त नही की कि आखिर उन्हें भरे गैसे सिलेंडर कौन उपलब्ण्ध करता है। इस संबंध में संबंधित व्यक्ति से जानकारी प्राप्त की जाना चाहिये ताकि यह पता चले कि उसे गैसे की टंकिया कौन उपलब्ध करता है, यदी ऐसे व्यक्तियों द्वारा इस संबंध में कोई जानकारी उपलब्ध नही कराई जाती है तो प्रषासन को नगर में जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखना चाहिये जिसके बाद स्पष्ट हो जायेगा कि गैस टंकियों की कालाबाजारी करने में किन किन लोगों को हाथ है और इसका संचालन कहा से हो रहा है। यदी प्रशासन कालाबाजारी करने वालों पर कार्यवाही करेगा तो निष्चित ही गैस की हो रही कालाबाजारी पर अंकुष लगेगा और लोगों को आसानी से गैस उपलब्ध होगी।

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