झाबुआ । विधायक गुमानसिंह डामोर ने कांग्रेस द्वारा जारी जारी चुनावी घोषणापत्र को महज छलावा बताते हुए कहा है कि कांग्रेस का घोषणा पत्र भारतीय राजनीति का अब तक का सबसे खतरनाक घोषणा पत्र है। देशद्रोह जैसे गंभीर अपराध को खत्म कर कांग्रेस देश को तोड़ने व बाटने की राजनीति कर रही है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र से अभिव्यक्ति के नाम पर भारत माता के टुकडे करने के नारे लगाने वाले देशद्रोहियों, अलगाववादियों व आतंकवादियों को संरक्षण व पोषण को ओर मजबूती देने का काम किया है। कांग्रेस पार्टी लगातार सेना के शौर्य एवं उनके शहादत का अपमान करती आई है, उसी फेहरिस्त में इजाफा करते हुए कांग्रेस एक कदम और गिर गई हैं। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र से देश की सुरक्षा पर क्रूरतम प्रहार किया है। झाबुआ विधायक के अनुसार कांग्रेस का घोषणा पत्र तैयार करने के लिये कांग्रेस ने एक समिति बनाई थी, लेकिन ऐसा लगता है, कि देश की रक्षा व सुरक्षा के कुछ महत्वपूर्ण बिन्दुआंे के लिये कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने मित्रों, सहयोंगियों व देश के टुकडे करने वाली गैंग के कहनेे पर उन्हें घोषणा पत्र में शामिल किया है। यह घोषणा पत्र देश की एकता व अखंडता को तोड़ने वाला है, शायद कांग्रेस टुकडे-टुकडें गैंग के साथ मिलकर देश को तोडना चाहती है।
कांग्रेस बताये कि वो देश की सेना के साथ है या अलगाववादियों या जेहादियों के साथ
विधायक श्री डामोर ने कांग्रेस से सवाल पूछा है, कि कांग्रेस और उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष ये बताये कि वे देश की सीमाओं की चैकसी करने वाले, सरहदों पर डटे हुए सैनिकों के साथ है या दहशत फैलाने वाले जेहादियों या अलगाववादियों के साथ । कांग्रेस अफस्पा खत्म कर सेना से उनके अधिकार छिनना चाहती है। आज घाटी में आॅपरेशन आल आउट में जुटी सेना आतंकियों को ढूंढ ढूंढ कर मार रही है, सीमाओं के बाहर जाकर एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक कर आंतक के ठिकानों को नेस्तनाबुद कर रही है, लेकिन कांग्रेस के घोषणा पत्र से ऐसा लगता है, कि कश्मीर में अलगाववादियों एवं आतंकवादियों से बैक एंड समझौता कर लिया है. अफस्पा हटाने का मतलब यह है कि सेना के पास से आतंकवादियों पर प्रहार करने के हथियार छीन लिए जायेंगे. इतना ही नहीं, कांग्रेस पार्टी ने वादा किया है कि वह अलगाववादियों से बात करेगी. किसको खुश करने के लिए कांग्रेस पार्टी ऐसा कर रही है ? क्या कारण है कि आतंकवादियों, अलगावादियों, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और कांग्रेस का घोषणापत्र एक ही भाषा का प्रयोग करती है.।
श्री डामोर ने आगे कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में आरोपित किया है कि सेना नागरिकों को गायब कर रही है, ‘सेक्सुअल वायलेंस’ में शामिल है और लोगों को टॉर्चर करती है. (घोषणापत्र की पेज संख्या 35, पॉइंट नंबर 6) जो पूर्व में भी कांग्रेस के तमाम नेता कहते आये हैं.। उन्होने कहा कि नेहरू व गांधी परिवार ने जम्मू कश्मीर को लेकर जो ऐतिहासिक भूले की थी, उन्हें राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस भी दोहरा रही है। कांग्रेस के घोषणा पत्र में कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास और पाकिस्तान स्पोंसर्ड टेररिज्म पर कोई वादा नहीं किया गया है.। हाल ही में फेसबुक ने ऐसे पेज हटाये हैं, जिसमें कांग्रेस पाकिस्तानी सेना के साथ मिलकर मोदी को हराने की रणनीति बना रही थी। स्पष्ट है कि कांग्रेस देश के खिलाफ बड़ी साजिश रच रही है।
कांग्रेस समर्थित युपीए सरकार के वादे है….. वादों का क्या
श्री डामोर ने कहा कि कांग्रेस का इतिहास ही झूठे वादे करने का रहा है, आज तक कांग्रेस ने एक भी वादा अपने कार्यकाल में पूरा करके नहीं दिखाया। कांग्रेस ने 2004 के घोषणापत्र में बिजली पहुंचाने का वादा किया था. 2009 और 2014 में भी यह कांग्रेस के घोषणापत्र का हिसा रहा लेकिन इसे पूरा मोदी सरकार ने पिछले पांच वर्षों में किया। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि वह किसानों को सीधा लाभ पहुंचाने के लिए फीजिबिलिटी को एक्जामिन करेगी. वाह रे कांग्रेस पार्टी, इसने 2004, 2009, 2014 और अब 2019 में भी यही कह रही है जबकि मोदी सरकार ने देश के 12 करोड़ से अधिक किसानों को 6000 रुपये देने की शुरुआत भी कर दी।
श्री डामोर ने कहा कि ओआरओपी 40 साल से पेंडिंग था, कांग्रेस ने 2004 के घोषणापत्र में इसे लागू करने का वादा किया था. वह 10 साल में इसे पूरा नहीं कर पाई, इसके लिए सरकार जाते समय कांग्रेस पार्टी ने केवल 500 करोड़ रुपये आवंटित किये थे। मोदी सरकार ने एक साल में ही ओआरओपी लागू किया और अब तक सैनिकों के खाते में लगभग 35,000 करोड़ रुपये की राशि पहुंचाई भी जा चुकी है। 2004 में कांग्रेस ने वादा किया था कि वह जनता के प्रति जवाबदेह है, इसलिए हर साल 2 अक्टूबर को पूरे किए गये वादों का लेखा जोखा जनता के सामने रखेगी। कांग्रेस ने यह भी वादा किया था कि सरकार बनने के 100 दिनों में वह एक्शन प्लान पेश करेगी. आज तक कांग्रेस की सरकार में यह हुआ ही नहीं. मोदी जी हर साल अपने कामकाज का लेखा-जोखा देश की जनता को देते हैं। श्री डामोर ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 2011 तक देश के हर नागरिक को आधार कार्ड देने का वादा किया था, सरकार जाने तक कांग्रेस पार्टी केवल 46 करोड़ लोगों को ही आधार कार्ड से जोड़ पाई थी.। आज देश के लगभग हर नागरिक के पास आधार कार्ड है।
श्री डामोर के अनुसार कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि वह सुरक्षा जरूरतों के लिए हाईएस्ट लेवल के कदम उठायेगी. लेकिन राहुल बाबा, आपकी युपीए की सरकार 10 साल में एक लड़ाकू विमान राफेल की डील कमीशन के चक्कर में पूरी नहीं कर पायी। कांग्रेस ने वादा किया है कि वह सबको स्वास्थ्य सुरक्षा देगी. वास्तविकता यह है कि 2013-14 तक केवल ढाई करोड़ लोग ही इस योजना से कवर्ड हो पाए थे. मोदी जी ने देश के 50 करोड़ गरीबों को पांच लाख रुपये तक की वार्षिक स्वास्थ्य बीमा दे दी है. पिछले चार महीनों में ही 20 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हो पाए हैं।
कांग्रेस ने ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी को लेकर कहा है कि तीन वर्षों में हम हर गाँव को इससे जोड़ेंगे. सच्चाई यह है कि 2014 में देश के ढाई लाख ग्राम पंचायतों में से केवल 59 ग्राम पंचायत ही ब्रॉडबैंड से जुड़ पाए थे. आज मोदी सरकार के पांच वर्षों में 1.16 लाख ग्राम पंचायतों में ऑप्टिकल फाइबर का जाल बिछा दिया गया है। कांग्रेस पार्टी के नेता कह रहे हैं कि न्याय के लिए अन्य योजनाओं में कटौती की जायेगी. कांग्रेस स्पष्ट करे कि इसके लिए फंड कहाँ से आयेगाघ् कांग्रेस ने न्याय को लागू करने की कोई रूपरेखा भी पेश नहीं की कि कितने सालों में कब तक लागू किया जाएगा। कांग्रेस कह रही है कि हर गरीब को साल के 3,60,000 रुपये मिलेंगे लेकिन इसका मैकेनिज्म भी डेवलप नहीं हुआ. सच्चाई यह है कि एक भी गरीब को साल में 3,60,000 रुपये कांग्रेस नहीं देगी। इतिहास में यह घोषणा पत्र नहीं होकर काले कागज का टूकड़ा है, जिसे जनता आगामी चुनाव में फेक देंगी और कांग्रेस को करारा जवाब देगी। देशद्रोह की धारा में फेर बदलकर कांग्रेस पार्टी देश के टूकड़े करना चाहती है। विधायक ने दावा किया कि इस बार फिर से केन्द्र मे प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी की अगुवाई में सरकार बनेगी और झाबुआ-रतलाम संसदीय सीट पर भाजपा प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज करावेगी ।