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झाबुआ

निजी चिकित्सा संगठन अपनी जान की परवाह किए बगैर कर रहा इमरजेंसी ड्यूटी, सैल्यूट आपको ….

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झाबुआ। कोरोना वायरस (कोविड-19) जैसी जानलेवा और खतरनाक महामारी से इन दिनों पूरा देश जूझ रहा है। इस बीच संपूर्ण देश में सेवा कार्यों में लगे लोगों की जितनी सराहना की जाए, उतनी ही कम है। झाबुआ जिले में भी कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच जिला स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारी-कर्मचारी, चिकित्सक, नर्सेस, वार्ड बॉय, गांवों में एएनएम, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाएं अपनी जान की परवाह किए बगैर कार्य कर रहीं है, हम इनकी सेवाओं को नमन करते हुए इन्हें सैल्यूट करते है।
इसी बीच झाबुआ जिले में स्वास्थ्य के क्षेत्र में निजी चिकित्सा संगठन से जुड़े सभी चिकित्सक भी दिन-रात अपनी सेवाएं देने में लगे हुए है और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों और चिकित्सकों को पूर्ण सहयोग प्रदान कर रहे है। इनके द्वारा कोरोना संदिग्ध मरीजों की जांच करने से लेकर पिटोल बोर्डर एवं फुलमाल तिराहे पर गुजरात और राजस्थान से हजारों की संख्या में लौट कर आ रहे ग्रामीणों का थर्मलस्केन एवं प्राथमिक जांच करने में भी सहयोग प्रदान किया जा रहा है।

संकट की इस घड़ी में स्वास्थ्य विभाग को उक्त चिकित्सक भी पूरा-पूरा सहयोग दे रहे है। इमरजेंसी में भी ड्यूटी कर रहे है।
खुद चिकित्सक भी संक्रमित होकर हो रहे आईसोलेट एवं क्वारेंटिन
एक तरफ देशभर में देखने को मिल रहा ह कि कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार करने के दौरान स्वयं चिकित्सक भी इस बिमारी

के शिकार होकर कईयों को तो अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ रहा है तो कई चिकित्सकों के संक्रमित होने पर उन्हें आईसोलेट या क्वारेंटीन कर उनका स्वयं भी उपचार अन्य दूसरे चिकित्सक कर रहे है। ऐसे में ‘‘जान है तो जहान है’’ के संदेष से भी आगे बढ़कर ये चिकित्सक बिना अपने घर-परिवार की परवाह किए अपना कार्य पूरी ईमानदारी और लगनता से कर रहे है।
जाने निजी चिकित्सा संगठन क्या कार्य कर रहा
इस बीच झाबुआ जिले में निजी चिकित्सा संगठन भी कोरोना जैसी जानलेवा और खतरनाक महामारी के बीच अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। संगठन के सेवाभावी एवं समर्पित जिला सचिव डॉ. लोकेश दवे ने बताया कि संगठन से जुड़े सभी चिकित्सक पूरे जिले में जिला प्रशासन और जिला चिकित्सा विभाग के साथ मिलकर कार्य करते हुए हर विकासखंड एवं ग्राम स्तर पर संगठन से जुडे 28 चिकित्सक मरीजों की जांच, उपचार आदि कार्य कर रहे है। इसके साथ ही संगठन के चिकित्सकों ने 79 ऐसे लोगों की जांच की, जो झाबुआ जिले में विदेश यात्रा कर लौट कर आए थे, ऐसे लोगों की घर-घर जाकर उनकी जानकारी एकत्रित कर डाटा प्रत्येक विकासखंड में खंड चिकित्सा अधिकारियों को प्रदान किया गया।

जिसमें झाबुआ से डॉ. विजय मेरावत एवं डॉ. इरफान, मेघनगर से डॉ. अमित एवं डॉ. भावे, रानापुर से डॉ. लोकेश दवे, कल्याणपुरा से डॉ. महेन्द्र खतेडि़या, थांदला से डॉ. फौजमाल नायक ने इस कार्य में अपनी सेवाएं दी।
गुजरात एवं राजस्थान से लौटे ग्रामीणों एवं अन्य लोगों का थर्मल स्कैन
इसी क्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देश पर 9 अप्रेल, गुरूवार को गुजरात एवं राजस्थान तथा अन्य राज्यों से लौटकर आए ग्रामीणों एवं अन्य लोगां का थर्मल स्कैन किया।

जिसमें पिटोल में डॉ. चन्द्रशेखर नायक एवं डॉ. सुनिल खतेडि़या, करवड़ में डॉ. अरविन्द दातला एवं डॉ. सुंदर हाड़ा एवं सारंगी में डॉ. राकेश नायक, डॉ. श्याम पंचाल एवं डॉ. विजय हाड़ा ने यह कार्य किया। इसके अतिरिक्त डॉ. आशुतोष नायक जिला चिकित्सालय झाबुआ में अपनी सेवाएं दे रहे है। संगठन के जिला सचिव डॉ. लोकेश दवे ने बताया कि आपातकाल और संकट की इस घड़ी में संगठन से जुडे सभी चिकित्सक आगामी दिनों में अपना सेवा कार्य जारी रखेंगे।

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